जमशेदपुर में किया गया नदी की जल गुणवत्ता का निरीक्षण, टीम में सरयू राय भी शामिल
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जमशेदपुर में किया गया नदी की जल गुणवत्ता का निरीक्षण, टीम में सरयू राय भी शामिल

रांची विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर एम के जमुआर ने बताया कि हम लोग स्वर्ण रेखा के उदगम  स्थल रांची से समीक्षा करते हुए कल मुसाबनी पहुंचे.

नदी में प्रदूषण की मात्रा काफी बढ़ गई है

Jamshedpur: स्वर्ण रेखा नदी प्रदूषण समीक्षा सर्वे के तहत एक टीम दोमुहानी पहुंची और उसके जलस्तर के गुणों की  गुणवत्ता मापने के लिए कई स्थानों से जल संग्रह किया. इस टीम में पूर्वी  जमशेदपुर के विधायक सरयू राय भी शामिल थे.

रांची विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर एम के जमुआर ने बताया कि हम लोग स्वर्ण रेखा के उदगम  स्थल रांची से समीक्षा करते हुए कल मुसाबनी पहुंचे. वहां, हम ने मुसाबनी, मऊ भंडार, जादूगोड़ा में जल संग्रहण किया. उसके बाद आज जमशेदपुर के सोनारी स्थित दोमुहानी तक पहुंचे हैं.

जमुआर ने कहा, हम देख रहे हैं कि पहले नदियां औद्योगिक कल कारखानों के कारण प्रदूषित होती थी. लेकिन अभी हमने देखा है कि जैसे-जैसे नदियां शहर से गुजरती है. वहां, प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है. जिसका मुख्य कारण कल कारखाने नहीं बल्कि घरों से निकलने वाले मल मूत्र हैं, जो नदी में जमा होते हैं. उसी पानी को फिल्टर कर शहरों में भेजा जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है.

साथ ही, जमुआर ने कहा कि, कई जगह पर जल का प्रवाह एकदम रुक सा गया है. नदी में प्रदूषण की मात्रा काफी बढ़ गई है, इसका एक कारण नदी के किनारे अतिक्रमण कर घर बनाना भी है. इस पर न सरकार ध्यान दे रही है,और न कोई और ध्यान दे रहा है.

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महानगर से गुजरते हुए नदियों का प्रदूषण का स्तर बढ़ने के कारण नदी के जीव जंतु भी मर रहे हैं. जिससे पर्यावरण का काफी नुकसान हो रहा है. हमें इस ओर ध्यान देने की जरुरत है की  कैसे नदियों  को स्वच्छ और साफ रखा जाये.

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