महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं! मांझी ने कॉर्डिनेशन कमेटी पर RJD को 25 जून तक दिया अल्टीमेटम
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महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं! मांझी ने कॉर्डिनेशन कमेटी पर RJD को 25 जून तक दिया अल्टीमेटम

उन्होंने कहा कि, अगर आरजेडी  25 जून तक अपनी  स्थिति स्पष्ट नहीं करती है तो, 25 जून के बाद हिंदुस्तान आवाम मोर्चा कोई भी निर्णय लेने को स्वतंत्र होगी.

 जीतन राम मांझी के एक और बयान ने बिहार में सत्तापक्ष को महागठबंधन को घेरने का मौका दे दिया है.

पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Vidhansabha Chunav 2020) के मद्देनजर शुरू हुई राजनीतिक बयानबाजी अब अपने परवान चढ़ चुकी है. अब कुनबे में सबकुछ ठीक कहने वाली महागठबंधन (Mahagathbandhan) में कुछ ठीक भी नजर नहीं आ रहा है. इस बीच, जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के एक और बयान ने बिहार में सत्तापक्ष को महागठबंधन को घेरने का मौका दे दिया है.

दरअसल, हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आरजेडी को 25 जून तक कॉर्डिनेशन कमेटी पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा है. उन्होंने कहा कि, अगर आरजेडी (RJD) 25 जून तक अपनी  स्थिति स्पष्ट नहीं करती है तो, 25 जून के बाद हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (HAM) कोई भी निर्णय लेने को स्वतंत्र होगी. इतना हीं नहीं, मांझी ने कहा कि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संवेदनशील हैं, लेकिन उनके आदेशों का पालन नहीं होता है.

एचएएम प्रमुख ने सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को सलाह देते हुए कहा कि, जेडीयू (JDU) प्रमुख को जनप्रतिनिधियों की सहयोग लेना चाहिए. इसके साथ ही, मांझी ने विक्रम कुंवर और संतोष हत्याकांड मे सीबीआई (CBI) जांच की मांग की. पूर्व सीएम ने कहा कि, बेगूसराय में हुए हत्या के मामले मे सीआईडी (CID) से नहीं, बल्कि सीबीआई से जांच हो.

उन्होंने कहा कि, विक्रम कुवंर नाबालिग है, जबकि लड़की की उम्र बालिग की है. डबल मर्डर मामले मे सीबीआई जांच से ही मामला सामने आ पाएगा. मांझी ने कहा कि, किसी भी जाति धर्म से लड़का-लड़की हो, इसमे सौहार्द खराब नहीं होना चाहिए. प्रेम विवाह कोई गलत बात नहीं, लेकिन सौहार्द खराब होना गलत है. हर किसी को जीने का हक है.