झारखंड चुनाव परिणाम: BJP के '65 पार' पर भारी पड़ा JMM का 'अबकी बार सोरेन सरकार' का नारा
अभी तक के रुझानों से साफ है कि कांग्रेस, आरजेडी और जेएमएम गठबंधन के मुख्यमंत्री प्रत्याशी हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य की अगली सरकार बनेगी. जबकि बीजेपी 30 से कम सीटों पर सिमटती दिख रही है.
Trending Photos
)
रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand assembly election) के नतीजों से साफ हो गया है कि लोगों को इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) का 'अबकी बार 65 पार' का नारा पसंद नहीं आया और मतदाताओं ने इस नारे को नकार दिया. झारखंड के मतदाताओं ने 'अबकी बार सोरेन सरकार' नारे को अपना लिया है.
अभी तक के रुझानों से साफ है कि कांग्रेस, आरजेडी और जेएमएम गठबंधन के मुख्यमंत्री प्रत्याशी हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के नेतृत्व में राज्य की अगली सरकार बनेगी. बीजेपी 30 से कम सीटों पर सिमटती दिख रही है. जबकि जेएमएम गठबंधन 46 सीटों के बहुमत के आंकड़े को पार कर रही है.
गौरतलब है कि बीजेपी इस चुनाव में अकेले मैदान में उतरी थी. ऐसे में उसके साथ कोई सहयोगी भी नहीं है, जो किसी तरह उसकी नैया पार लगा सके. बीजेपी के लिए सबसे शर्मनाक स्थिति यह है कि मुख्यमंत्री रघुवर दास (Raghubar Das) स्वयं जमशेदपुर पूर्व सीट से काफी पीछे हो गए हैं, और उनके प्रतिद्वंद्वी निर्दलीय सरयू राय (Saryu Rai) ने निर्णायक बढ़त बना ली है.
दूसरी ओर, कांग्रेस-जेएमएम-आरजेडी गठबंधन ने हेमंत सोरेन को चुनाव पूर्व ही मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर दिया था, जिसका लाभ भी गठबंधन को हुआ है.
बीजेपी की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) ने यहां जोरदार चुनाव प्रचार किया था. जबकि गठबंधन की ओर से राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने भी हेमंत सोरेन के साथ साझा रैलियों को संबोधित किया था.
बीजेपी की इस स्थिति के संबंध में जब मुख्यमंत्री रघुवर दास से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जनादेश का सम्मान है. उन्होंने '65 पार' के नकारने के संबध में पूछे जाने पर कहा कि लक्ष्य कभी भी बड़ा रखना चाहिए, और उसी के अनुरूप लक्ष्य बड़ा रखा गया था.
जेएमएम के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी ने यह नारा झामुमो गठबंधन के लिए दिया था. मतगणना समाप्त होने दीजिए जेएमएम गठबंधन वहां तक पहुंच जाएगा.
उल्लेखनीय है कि पिछले चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन तब सरकार बनाने के करीब थी और उसके साथ सहयोगी भी थे. 2014 में बीजेपी ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की थी. चुनाव के बाद झारखंड विकास मोर्चा (JVM) के छह विधायक भी उसके साथ आ गए थे.
More Stories