बक्सर: JVP ने की 'शाहाबाद स्वाभिमान रैली', नीतीश कुमार की कार्यशैली पर उठाए सवाल
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बक्सर: JVP ने की 'शाहाबाद स्वाभिमान रैली', नीतीश कुमार की कार्यशैली पर उठाए सवाल

जनतांत्रिक विकास पार्टी (जेवीपी) और शाहाबाद स्वाभिमान मंच के तत्वावधान में शुक्रवार को बिहार के बक्सर में आयोजित 'शाहाबाद स्वाभिमान रैली' में शाहाबाद की उपेक्षा अब बर्दाश्त नहीं करने की घोषणा की गई.

बक्सर के ऐतिहासिक किला मैदान में आयोजित रैली को जेवीपी के अध्यक्ष अनिल कुमार ने संबोधित किया.(फाइल फोटो)

बक्सर: जनतांत्रिक विकास पार्टी (जेवीपी) और शाहाबाद स्वाभिमान मंच के तत्वावधान में शुक्रवार को बिहार के बक्सर में आयोजित 'शाहाबाद स्वाभिमान रैली' में शाहाबाद की उपेक्षा अब बर्दाश्त नहीं करने की घोषणा की गई. रैली में केंद्रीय विश्वविद्यालय और प्रमंडल बनाने की मांग प्रमुखता से उठाई गई.

बक्सर के ऐतिहासिक किला मैदान में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए जेवीपी के अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि शाहाबाद स्वाभिमान रैली का मूल मुद्दा शाहाबाद के हक की लड़ाई है. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र की निरंतर उपेक्षा हो रही है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए पूछा कि ज्ञान, कर्म, शौर्य, धैर्य और स्वाभिमान की अनुपम भूमि शाहाबाद के साथ सरकारें सौतेला व्यवहार क्यों कर रही हैं? आज भी यहां कोई बड़ा सरकारी मेडिकल कॉलेज या चिकित्सका संस्थान नहीं है. 

उन्होंने कहा कि आज यहां के लोगों को छोटी बीमारी के उपचार के लिए भी राजधानी पटना या राज्य से बाहर बनारस जाना पड़ता है. शाहाबाद का इतिहास गौरवशाली रहा है, लेकिन आज भी यहां के बच्चों को शिक्षा पाने के लिए और युवाओं को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है. 

अनिल कुमार ने कहा, "शाहाबाद भगवान राम की ज्ञानभूमि, सुशासन के जनक शेरशाह सूरी की कर्मभूमि और बाबू वीर कुंवर सिंह की शौर्यभूमि रही है, मगर बिहार और केंद्र में जितनी भी सरकारें आईं, सभी ने इस क्षेत्र की उपेक्षा की." 

उन्होंने कहा कि शाहाबाद परिक्षेत्र के बक्सर, आरा, सासाराम को कभी 'धान का कटोरा' कहा जाता था, लेकिन आज यहां के खेत सिंचाई के साधन के अभाव में बिना पानी के हैं और यह क्षेत्र सिर्फ 'कटोरा' रह गया है. 

इस रैली को इस क्षेत्र के विकास की लड़ाई का अगाज बताते हुए अनिल कुमार ने कहा कि अब इस क्षेत्र का जब तक विकास नहीं हो जाता, तब तक यहां की जनता चुप नहीं बैठने वाली है. 

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