Bihar News: पिछले 24 घंटों में उत्पाद विभाग ने 21 लाख रुपए की शराब जब्त की है, जिसमें 15 लाख रुपए की शराब ट्रक से और 6 लाख रुपए की शराब इनोवा कार से मिली है. विभाग ने बताया कि शराबबंदी को सख्ती से लागू करने के लिए चेकपोस्ट पर वाहनों की जांच और तेज कर दी गई है.
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कैमूर: बिहार के कैमूर जिले में शराबबंदी के बावजूद तस्करी के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं. बीते 24 घंटों में उत्पाद विभाग की टीम ने दो अलग-अलग मामलों में करीब 21 लाख रुपए की शराब जब्त की है. इस दौरान चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
ट्रक में तहखाना बनाकर हो रही थी तस्करी
जानकारी के अनुसार समेकित जांच चौकी मोहनिया पर उत्पाद विभाग की टीम ने एक ट्रक को रोककर जब उसकी तलाशी ली तो अंदर एक गुप्त तहखाना बना हुआ मिला. इस तहखाने में 993 लीटर विदेशी शराब छुपाई गई थी, जिसकी बाजार में कीमत लगभग 15 लाख रुपए आंकी गई है. घटना के संबंध में जानकारी देते हुए ट्रक चालक दीपक कुमार ने बताया कि ट्रक उत्तर प्रदेश के टेंगरा मोड़ से लिया गया था और इसे रोहतास जिले के सोन नदी पार पहुंचाने के लिए 4000 रुपये देने का वादा किया गया था. जैसे ही ट्रक को चेकपोस्ट पर रोका गया, वह भागने की कोशिश करने लगा लेकिन गिरने से उसे चोट लग गई.
नववर्ष पर खपाई जानी थी शराब
उत्पाद विभाग के प्रभारी गुंजेश कुमार ने बताया कि नववर्ष के मौके पर शराब की तस्करी बढ़ने की संभावना को देखते हुए विभाग अलर्ट मोड पर है. ट्रक के नंबर प्लेट पर मोबिल पोता गया था और उसे हल्का मोड़ा गया था ताकि पहचान छुपाई जा सके. गहन जांच के बाद यह खुलासा हुआ कि ट्रक में गुप्त तहखाना बनाकर शराब की तस्करी हो रही थी. इससे पहले, एक अन्य मामले में उत्पाद विभाग ने एक इनोवा कार से 6 लाख रुपए की शराब जब्त की थी. इस दौरान तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया.
24 घंटे में बड़ी सफलता
बता दें कि पिछले 24 घंटों के दौरान विभाग ने कुल 21 लाख रुपए की शराब जब्त की है. इसमें 15 लाख रुपए की शराब ट्रक से और 6 लाख रुपए की शराब इनोवा कार से बरामद की गई. साथ ही उत्पाद विभाग का कहना है कि शराबबंदी को सख्ती से लागू करने के लिए चेकपोस्ट और वाहनों की जांच तेज कर दी गई है. विभाग ने शराब तस्करों के मंसूबों पर पानी फेरते हुए नववर्ष के मौके पर शराब की खपत को रोकने में बड़ी सफलता हासिल की है. यह कार्रवाई दिखाती है कि प्रशासन शराबबंदी को प्रभावी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन तस्कर भी हर बार नए-नए तरीके अपनाकर चुनौती दे रहे हैं.
इनपुट- मुकुल जायसवाल