शाहीन बाग में भड़काऊ भाषण देने के मामले में शरजील इमाम को बिहार के जहानाबाद के काको थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया. दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने शरजील इमाम को गिरफ्तार किया है.
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नई दिल्ली: दिल्ली के शाहीन बाग में भड़काऊ भाषण देने के मामले में शरजील इमाम को बिहार के जहानाबाद के काको थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया. दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने शरजील इमाम को गिरफ्तार किया है.
शरजील पर शाहीन बाग प्रदर्शन में भूमिका का आरोप
शरजील इमाम के ऊपर दिल्ली के शाहीन बाग प्रदर्शन का सूत्रधार होने का भी आरोप है. उसका छोटा भाई मुजम्मिल इमाम आरएलएसपी युवा मोर्चा का अध्यक्ष है. शाहीन बाग में प्रदर्शन के दौरान शहजील ने भड़काऊ भाषण दिया था. आपको बता दें कि शरजील इमाम के ऊपर असम को देश से अलग करने का बयान देने का आरोप है.
मिली जानकारी के अनुसार 6 दिसंबर को शरजील इमाम की अगुवाई में दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में पर्चे बांटे गए थे. 7 दिसंबर को जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारियों के साथ शरजील ने चक्का जाम की चर्चा की थी. 13 दिसंबर को शरजील ने तीन सभाएं की थी जिसके बाद एक कट्टरपंथी वीडियो भी वायरल हुआ. 14 दिसंबर को शरजील इमाम ने जामिया में मीटिंग की और शाहीन बाग में रहने का फैसला हुआ.
15 दिसंबर 2019 को शरजील इमाम को पता चला था कि लोग शाहीन बाग में जुट रहे हैं. इसके बाद दिल्ली में ही एक मस्जिद के भीड़ ने शरजील इमाम से पूछा कि क्या करना है. शरजील ने माइक पर भीड़ को जवाब दिया कि चक्का जाम करना है.
15 दिसंबर को ही शरजील अमानतुल्लाह के प्रदर्शन में भीड़ के साथ शामिल हुआ था. अमानतुल्लाह के प्रदर्शन के दौरान शरजील के बोलने पर पहले तो विवाद हुआ बाद में भीड़ ने शरजील को बोलने को कहा और धार्मिक नारेबाजी की. इसी दिन जेएनयू और जामिया के लोगों के साथ शरजील ने शाहीन बाद में प्रदर्शन किया था.
15 दिसंबर को ही पुलिस ने शरजील और प्रदर्शनकारियों से सड़क खोलने की अपील भी की थी. पुलिस की मांग पर कुछ लोग शामिल हुए थे लेकिन शरजील ने विरोध किया था. 16 दिसंबर को शरजील को जानकारी मिली कि शाहीन बाग में फिर से रास्ता रोका गया है. शाहीन बाग में रास्ता रोकने वालों ने शरजील को बोलने के लिए कहा था. 16 दिसंबर को शरजील ने भीड़ को संबोधित किया और शाहीन बाग का रास्ता ब्लॉक हो गया.
कौन है शरजील
शरजील इमाम जेएनयू से पीएचडी स्कॉलर है. शरजील ने आईआईटी पवई से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की है. शरजील जेएनयू में सेंटर फॉर हिस्टोरिकल स्टडी का छात्र है. शरजील इमाम पूर्व जेडीयू नेता अकबर इमाम का बेटा है. उसका परिवार मूल रूप से बिहार के जहानाबाद में रहता है.
अब आगे क्या
शरजील इमाम को अब ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लाया जाएगा. आगे शरजील इमाम के लिए बचना काफी मुश्किल है. 124(ए) यानि राजद्रोह का मुकदमा और 153(ए)यानी भड़काऊ भाषण का मामला दर्ज किया गया है जिसमें एंटिसिपेटरी बेल मिलना मुश्किल है. वीडियो की प्रमाणिकता जांच के लिए इसे फॉरेंसिक लैब भी भेजा जाएगा. प्रमाणिकता की जांच होने के बाद जहां-जहां भी बयान दिए गए हैं, जो लोग थे उन्हें गवाह बनाया जाएगा. 124(ए) यानि राजद्रोह के मामले में चार्ज फ्रेम करने से पहले सरकार से मंजूरी ली जाएगी. अगर सरकार मंजूरी नहीं देती है तो देशद्रोह का मुकदमा पुलिस नहीं चलाएगी. जैसे पहले कन्हैया कुमार के मामले मेंभी देशद्रोह का मुकदमा चलाने की सरकार से अनुमति नहीं मिली थी.