झारखंड के गढ़वा में मुर्दे भी हो गए 'बेघर', भू-माफियाओं ने किया बड़ा खेल
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झारखंड के गढ़वा में मुर्दे भी हो गए 'बेघर', भू-माफियाओं ने किया बड़ा खेल

पार्षद विनोद प्रसाद बताते हैं कि भू-माफियाओं का ये खेल साल 2003 से लेकर 2016 तक चला, जंहा एक समुदाय विशेष के 16 लोगों को करोड़ों की भूमि अंचल कर्मियों की सांठ-गांठ से बेच दिया गया.

झारखंड के गढ़वा में मुर्दे भी हो गए 'बेघर'.

चंदन कश्यप/गढ़वा: गढ़वा में श्मशान का सौदा करने का मामला सामना आया है. यहां भू-माफियाओं के कारनामों की वजह से गढ़वा नगर परिषद के वार्ड संख्या एक में मौजूद शमशान घाट में अब जगह-जगह बड़े-बड़े मकान बना दिए गए हैं. दरअसल, झारखंड के गढ़वा नगर परिषद के वार्ड संख्या-1 यानी ऊंचरी मोहल्ला का श्मशान घाट अब एक घनी बस्ती में तब्दील हो चुका है.

ऐसे में आप ये सोच रहे होंगे कि आखिर मुर्दों के बेघर करने की हिमाकत किसने की? आखिर मुर्दों वाली जगह पर घनी आबादी कैसे बसती जा रही है? लेकिन जब आप इसकी हकीकत जानेंगे तब आपको झारखंड के गढ़वा जिले में भू-माफियाओं की हिमाकत का पता चलेगा.

वार्ड पार्षद विनोद प्रसाद बताते हैं कि भू-माफियाओं का ये खेल साल 2003 से लेकर 2016 तक चला, जंहा एक समुदाय विशेष के 16 लोगों को करोड़ों की भूमि अंचल कर्मियों की सांठ-गांठ से बेच दिया गया. इस मामले में सरकारी रजिस्टर से भी छेड़छाड़ का मामला सामने आया है. जिले में सक्रिय भू-माफियाओं के कारनामों की वजह से ऊंचरी वार्ड नंबर एक में खाता संख्या-62 के प्लाट संख्या  457 में से 1 एकड़ 31 डिसमिल भूमि को ही बेच दिया गया.

भू-माफियाओं के इस काले खेल में अधिकारियों से लेकर कई सफेदपोश लोग भी शामिल हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि पहले यंहा बड़ी-बड़ी झाड़ियां हुआ करती थी, जिसमे शमशान घाट था. लेकिन अंचलकर्मियों की मिलीभगत से इस सरकारी जमीन को भी बेच दिया गया. हालांकि, गढ़वा अंचल के अंचलाधिकारी जे के मिश्रा का इस मामले में कहना है कि मामला संज्ञान में आया है और जांच की जाएगी.

अंचलाधिकारी ने कहा कि ये मामला जैसे ही मेरे संज्ञान में आया मैंने तुरंत कागजात की जांच की तो मामला सही पाया गया, जहां श्मशान की भूमि को अंचल कर्मियों की मिलीभगत से बेच दिया गया है. इस मामले में जमीन की जमाबंदी खारिज करने के लिए 16 लोगों का नाम वरिष्ठ अधिकारियों के पास भेजा गया है. जैसे ही कार्रवाई का आदेश आएगा वंहा से तुरन्त अतिक्रमण हटा दिया जाएगा.

उन्होंने कहा कि जो भी अंचल कर्मी इसमें दोषी पाए जाएंगे उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी. अब देखना होगा कि प्रशासन इस पर क्या कार्रवाई करता है. 

Adhinath Jha, News Desk