Lok Sabha Election 2024: बिहार में परवान पर मुस्लिम राजनीति, RJD-JDU दोनों में मची होड़, जातीय सर्वे से बढ़ी अहमियत
Bihar Politics: 11 सीटों पर होने वाले एमएलसी चुनाव में जेडीयू और आरजेडी ने 3 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं. आरजेडी ने जहां 2 मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं. वहीं जेडीयू ने भी अपने 2 उम्मीदवारों में से एक मुस्लिम को टिकट दी है.
Bihar Politics: बिहार में जातीय गणना की रिपोर्ट सामने आने के बाद से कई बातों का खुलासा हो चुका है. जातीय जनगणना में बिहार की आबादी कुल 13 करोड़ 7 लाख 25 हजार 310 से अधिक बताई गई है. प्रदेश में 81.99 फीसदी आबादी हिंदू हैं. तो राज्य में कुल आबादी का 17.70 फीसदी हिस्सा मुस्लिम धर्म को मानता है. जातीय सर्वे के बाद बिहार की सियासत में मुसलमानों की ताकत का अंदाजा लग चुका है. अब सभी दलों की कोशिश इस वोटबैंक को साधने की है. वैसे तो यह वोटबैंक राजद का माना जाता है, लेकिन नीतीश कुमार को भी एक बड़ा तबका पसंद करता है. वहीं पीएम मोदी की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलने से अब बीजेपी भी मुस्लिमों के लिए अछूती नहीं रही है.
लोकसभा चुनाव में सभी दलों का प्रयास इस वोटबैंक को साधने का है. बिहार एमएलसी चुनाव में इसका असर साफ देखने को मिल रहा है. 11 सीटों पर होने वाले एमएलसी चुनाव में जेडीयू और आरजेडी ने 3 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं. आरजेडी ने जहां अपने MY समीकरण को धार दी है, वहीं चार में से दो मुस्लिम उम्मीदवार उतार मुस्लिम समुदाय को बड़ा मैसेज दिया है. वहीं जेडीयू ने भी अपने 2 उम्मीदवारों में से एक मुस्लिम को टिकट दी है. इस तरह से जेडीयू ने भी इशारा कर दिया है कि मुस्लिम वोटर उनके लिए कितना महत्व रखते हैं. बता दें कि बिहार में ऐसी कई लोकसभा सीटें हैं, जहां मुस्लिम उम्मीदवार बेहद निर्णायक भूमिका में है और हार जीत तय करते हैं.
उधर अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के चलते बीजेपी का पूरा फोकस हिंदुत्व पर है. ये तय है कि भगवा पार्टी इसी मुद्दे पर चुनावी मैदान में जाएगी. बिहार विधान परिषद चुनाव में बीजेपी की लिस्ट में इसकी झलक देखने को मिल चुकी है. बीजेपी के हिस्से चार सीटें आती हैं, लेकिन पार्टी ने हम पार्टी के संतोष मांझी को अपने हिस्से की एक सीट दे दी थी. बीजेपी की ओर से अपनी बाकी तीन सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया गया है. पार्टी ने जिनको टिकट दिया है उनमें मंगल पांडेय, प्रो. लाल मोहन गुप्ता और अनामिका सिंह का नाम शामिल है. पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन को फिर से विधान परिषद नहीं भेजा गया है. माना जा रहा है कि उन्हें भागलपुर से लोकसभा टिकट मिल सकती है.