Lok Sabha Election Flashback: 19 सीटों पर ठोकी ताल और 18 पर दूसरा स्थान, इस शर्मनाक रिकॉर्ड को दोहराना नहीं चाहेगी आरजेडी
Lok Sabha Election 2024: 19 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले राजद के 18 प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहे थे और एक प्रत्याशी को तो तीसरे नंबर से संतोष करना पड़ा था. इस तरह 2019 में राजद को एक भी सीट नहीं आई थी और 40 में से 39 सीटें एनडीए ने हथिया ली थीं.
Lok Sabha Election 2024: कहते हैं रिकॉर्ड बनते ही हैं टूटने के लिए... पर बिहार में राष्ट्रीय जनता दल यानी राजद की बात करें तो पिछले यानी 2019 के लोकसभा चुनाव में उसके नाम ऐसा रिकॉर्ड दर्ज हो चुका है, जिसे वह खुद ही दोहराना नहीं चाहेगी. लोकसभा चुनाव में राजद ने इससे पहले कभी इतना शर्मनाक प्रदर्शन नहीं किया था. बताने की जरूरत नहीं कि 2019 के लोकसभा चुनाव में लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल 0 पर आउट हो गई थी, बावजूद इसके कि वह 19 सीटों पर चुनाव मैदान में थी. यही नहीं बिहार में राजद ने जंबो गठबंधन (RJD+Congress+VIP+RLSP+HAM) भी किया था, लेकिन मोदी लहर में एनडीए के सामने तेजस्वी यादव का जंबो गठबंधन बेअसर साबित हुआ था और राजद को उस शर्मनाक रिकॉर्ड से दो चार होना पड़ा था. दरअसल, 19 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले राजद के 18 प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहे थे और एक प्रत्याशी को तो तीसरे नंबर से संतोष करना पड़ा था. इस तरह 2019 में राजद को एक भी सीट नहीं आई थी और 40 में से 39 सीटें एनडीए ने हथिया ली थीं. केवल एक सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी विजयश्री हासिल कर पाए थे.
बेगुसराय के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को 6,92,193 यानी 56.48 प्रतिशत वोट मिले थे और उनके प्रतिद्वंद्वी भाकपा के कन्हैया कुमार को 2,69,976 यानी 22.03 प्रतिशत. कन्हैया कुमार 4,22,217 वोटों के बड़े अंतर से हारे थे.
वाल्मीकिनगर से जीते बैद्यनाथ प्रसाद महतो (अब मृत) को तब 6,02,660 यानी 58.39 प्रतिशत वोट मिले थे तो प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के शाश्वत केदार को 2,48,044 यानी 24.03 प्रतिशत. दोनों में जीत—हार का अंतर 354,616 रहा था.
झंझारपुर से जेडीयू के रामप्रीत मंडल को 6,02,391 यानी 56.8 प्रतिशत तो राजद के गुलाब यादव को 2,79,440 यानी 26.35 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. इस तरह मंडल ने गुलाब यादव को 3,22,951 वोटों से हराया था.
शिवहर में भाजपा प्रत्याशी रमा देवी को 2019 में 6,08,678 यानी 60.59 प्रतिशत वोट मिले थे और उनके प्रतिद्वंद्वी राजद के सैयद फैसल अली को 2,68,318 यानी 26.71 प्रतिशत. रमा देवी ने सैयद फैसल अली को 340,360 मतों के अंतर से हराया था.
पूर्वी चंपारण के सांसद राधामोहन सिंह को 5,77,787 यानी 57.81 तो राजद के आकाश कुमार सिंह को 2,84,139 यानी 28.43 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. राधामोहन सिंह ने आकाश कुमार सिंह को 2,93,648 वोटों से हराया था.
गोपालगंज सुरक्षित सीट से जेडीयू के डा. आलोक कुमार सुमन को 5,68,150 यानी 55.44 प्रतिशत वोट मिले थे तो राजद के सुरेंद्र राम को 2,81,716 यानी 27.49 प्रतिशत. इस तरह डा. सुमन ने सुरेंद्र राम को 286,434 वोटों से हराया था.
भागलपुर के सांसद अजय कुमार मंडल को तब 6,18,254 यानी 59.3 प्रतिशत वोट मिले थे तो प्रतिद्वंद्वी राजद के शैलेश कुमार उर्फ वुलो मंडल को 3,40,624 यानी 32.67 प्रतिशत. अजय कुमार मंडल की जीत का आंकड़ा 277,630 रहा था.
दरभंगा के भाजपा प्रत्याशी गोपालजी ठाकुर ने पिछले लोकसभा चुनाव 5,86,668 यानी 60.79 प्रतिशत वोट हासिल किए थे. उनके प्रतिद्वंद्वी राजद के अब्दुल बारी सिद्दीकी को 3,18,689 यानी 33.02 प्रतिशत वोट मिले थे. इस तरह गोपालजी ठाकुर ने अब्दुल बारी सिद्दीकी को 267,979 मतों से हराया था.
महाराजगंज के भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने 5,46,352 यानी 56.17 प्रतिशत वोट पाए थे तो उनके प्रतिद्वंद्वी राजद के रणधीर कुमार सिंह को 3,15,580 यानी 32.44 वोट मिले थे. दोनों के वोटों में 2,30,772 का अंतर रहा था.
सीतामढ़ी में जेडीयू के सुनील कुमार पिंटू को 5,67,745 यानी 54.65 प्रतिशत वोट मिले थे तो राजद के अर्जुन राय को 3,17,206 यानी 30.53 प्रतिशत. सुनील कुमार पिंटू ने अर्जुन राय को 2,50,539 वोटों से हराया था.
मधेपुरा से जेडीयू के दिनेश चंद्र यादव को 6,24,334 यानी 54.42 प्रतिशत वोट मिले थे तो राजद के शरद यादव को 3,22,807 यानी 28.14 प्रतिशत. दिनेश ने शरद को 3,01,527 वोटों से हराया था.
सारण से भाजपा प्रत्याशी राजीव प्रताप रूढ़ी ने राजद के चंद्रिका राय को 138,429 मतों से हराया था. रूढ़ी को 4,99,342 यानी 53.03 प्रतिशत तो चंद्रिका राय को 3,60,913 यानी 38.33 प्रतिशत वोट मिले थे.
हाजीपुर सुरक्षित सीट से पशुपति कुमार पारस ने बतौर लोजपा उम्मीदवार 541310 यानी 53.76 प्रतिशत मत पाए थे और उन्होंने राजद के शिवचंद्र राम को 205,449 मतों से हराया था. शिवचंद्र राम को 335861 यानी 33.36 प्रति वोट हासिल हुए थे.
वैशाली में लोजपा की वीणा देवी को 568215 यानी 52.87 प्रतिशत वोट मिले थे और उन्होंने राजद के रघुवंश प्रसाद सिंह को 234,584 वोटों से मात दी थी. रघुवंश प्रसाद सिंह को 333631 यानी 31.04 प्रतिशत वोट मिले थे.
नवादा सीट से लोजपा के ही चंदन सिंह को 495684 यानी 52.59 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. दूसरी ओर राजद की विभा देवी को 347612 यानी 36.88 प्रतिशत मत मिले थे. इस तरह विभा देवी, चंदन सिंह से 148,072 वोटों से हार गई थीं.
अररिया से भाजपा के प्रदीप कुमार सिंह को 6,18,434 यानी 52.87 प्रतिशत तो राजद के सरफराज आलम को 4,81,193 यानी 41.14 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. इस तरह प्रदीप कुमार सिंह ने सरफराज आलम को 1,37,241 मतों से हराया था.
सीवान लोकसभा सीट से जेडीयू प्रत्याशी कविता सिंह को 4,48,473 यानी 45.54 प्रतिशत वोट मिले थे तो उनकी प्रतिद्वंद्वी राजद की हिना शहाब को 3,31,515 यानी 33.66 मत मिले थे. दोनों के बीच 1,16,958 मतों का अंतर रहा था.
पाटलिपुत्र सीट से भाजपा के रामकृपाल यादव को 509557 यानी 47.28 प्रतिशत वोट मिले थे. उनकी प्रतिद्वंद्वी राजद की मीसा भारती को 470236 यानी 43.63 प्रतिशत मत प्राप्त हुए थे. इस तरह दोनों के बीच मतों का अंतर केवल 39,321 का रहा था.
जहानाबाद सीट की बात करें तो जेडीयू के चंदेश्वर प्रसाद को 3,35,584 यानी 40.82 प्रतिशत वोट मिले थे तो राजद के सुरेंद्र प्रसाद यादव को 3,33,833 यानी 40.61 वोट हासिल हुए थे. इस सीट पर सबसे कम 1,751 मतों से जीत और हार का फैसला हुआ था.
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बक्सर में भाजपा के आश्विनी कुमार चौबे को 473053 यानी 47.94 प्रतिशत तो राजद के जगदानंद सिंह को 355444 यानी 36.02 प्रतिशत वोट मिले थे. चौबे ने यहां जगदानंद को 1,17,609 मतों से हराया था.
बांका सीट पर जेडीयू के गिरधारी यादव को 4,77,788 यानी 47.98 प्रतिशत तो राजद के जयप्रकाश नारायण यादव को 2,77,256 यानी 27.84 प्रतिशत वोट मिले थे. जयप्रकाश नारायण यादव 200,532 मतों से हार गए थे.