चतरा : दुष्कर्म के बाद नाबालिग लड़की को जिंदा जलाया, गांव के मुखिया समेत 14 आरोपी गिरफ्तार
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चतरा : दुष्कर्म के बाद नाबालिग लड़की को जिंदा जलाया, गांव के मुखिया समेत 14 आरोपी गिरफ्तार

दिल दहला देने वाली इस घटना में चतरा पुलिस ने करवाई की और कोणी पंचायत स्थित राजा केंदुआ गांव पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया. मौके पर पुलिस उपाधीक्षक और एसडीपीओ समेत कई पुलिस अधिकारी और जवान कैम्प कर रहे हैं.

चतरा में नाबालिग के साथ दुष्कर्म के बाद उसे जिंदा जला दिया गया. (फाइल फोटो)

चतरा : नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या और लड़की के परिजनों के साथ पिटाई के मामले में चतरा पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार किया है. मुखिया तिलेश्वरी देवी और पंचायत समिति सदस्य सतीश भारती को भी पुलिस हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर रही है. मुखिया और पंचायत समिति सदस्य पर दुष्कर्म मामले में पंचायत में फरमान सुनाने का आरोप है.

  1. मुखिया और ग्रामीणों ने पंचायत में सुनाया था तुगलकी फरमान
  2. पुलिस ने मुखिया और पंचायत समिति सदस्य को किया गिरफ्तार
  3. सीएम रघुवर दास ने ट्वीट कर जताया शोक

मामले में मुखिया और पंचायत समिति सदस्य सहित 14 नामजद अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. मुख्य अभियुक्त सहित छह नामजद अभियुक्त अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं. मामले में 20 लोगों को नामजद और दस अज्ञात को अभियुक्त बनाया गया है.

दरअसल, चतरा जिले के इटखोरी प्रखंड के राजा केंदुआ गांव में एक प्रेमी ने अपनी नाबालिग प्रेमिका के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया था. इस घिनौनी करतूत को लेकर मुखिया और ग्रामीणों ने लड़की की अस्मत लूटने वाले शख्‍स को पंचायत में पचास हजार रुपये और 101 बार उठक-बैठक लगाने का फरमान सुनाया गया. आरोपी युवक को पंचायत का यह फैसला नागवार गुजरा और फैसला सुनाए जाने के कुछ ही देर बाद ही उसने अपने तीन सहयोगियों के साथ प्रेमिका के घर में घुसकर उसे जिन्दा जलाकर मार डाला और लड़की के परिजनों के साथ भी जमकर मारपीट की.

दिल दहला देने वाली इस घटना में चतरा पुलिस ने कार्रवाई की और कोणी पंचायत स्थित राजा केंदुआ गांव पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया. मौके पर पुलिस उपाधीक्षक और एसडीपीओ समेत कई पुलिस अधिकारी और जवान कैम्प कर रहे हैं. गांव के लोगों से पूछताछ की जा रही है.

वहीं, इस मामले में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ट्वीट कर शोक प्रकट किया. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'हृदयविदारक घटना से मैं काफी आहत हूं. सभ्य समाज में इस तरह की बर्बरता का कोई स्थान नहीं है.' मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को तत्परता दिखाते हुए दोषियों के खिलाफ त्वरित और कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.

 

 

मामले की जांच के लिए बोकारो के आईजी शंभु ठाकुर को चतरा भेजा गया है. सीआईडी और एफएसएल की टीम भी रवाना की गई है. एडीजी आरके मल्लिक ने बताया कि मामले में एसआईटी गठित कर आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है. इस मामले में पुलिस स्पीडी ट्रायल भी करा सकती है.