बिहार: MLC के लिए बने नए डुप्लेक्स बंगलों की खुली पोल, दीवार में आई दरार, छत से टपक रहा पानी
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बिहार: MLC के लिए बने नए डुप्लेक्स बंगलों की खुली पोल, दीवार में आई दरार, छत से टपक रहा पानी

मॉनसून की पहली ही बारिश ने ही बिहार के एमएलसी के लिए बने नए डूप्लेक्स बंगलों की पोल खोल कर रख दी है. बंगले की दीवारों पर दरारें और सीलन पर चुकी है.

 मॉनसून की पहली ही बारिश ने बिहार के एमएलसी के लिए बने नए डूप्लेक्स बंगलों की पोल खोल कर रख दी है. (फाइल फोटो)

पटना: बिहार में मॉनसून प्रवेश कर चुका है और इस बार अच्छी बारिश हो रही है. वहीं,  मॉनसून की पहली ही बारिश ने बिहार के एमएलसी के लिए बने नए डूप्लेक्स बंगलों की पोल खोल कर रख दी है. बंगले की दीवारों पर दरारें और सीलन पड़ चुकी है.

कई बंगले ऐसे भी हैं जहां जगह-जगह से छत टपकने लगे हैं. हालात ऐसे हो गए हैं कि एमएलसी अपने नए बंगलों को छोड़ दूसरा विकल्प तलाशने की तैयारी करने लगे हैं. आपको बता दें कि नवंबर 2019 में ही सरकार ने 55 बंगले माननीय विधान पार्षदों को हैंड ओवर किया था.

बिहार सरकार ने एमएलसी के लिए बनने वाले बंगले पर 116.42 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. हर बंगले के निर्माण में करीब 82 लाख रूपए खर्च हुए है. कांग्रेस नेता और एमएलसी एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा ने बंगला निर्माण में हुई लापरवाही को लेकर पत्र भी लिखा है.

उन्होंने मुख्य सचिव और भवन निर्माण विभाग के प्रधान सचिव को पत्रा लिखा है और जल्द मरम्मत कराने की गुजारिश की है. वहीं, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी  को शिकायत करने के सवाल पर बोले प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा है कि उनको कई बार मैंने बोला है लेकिन सरकार में उनकी क्या हैसियत मुझे मालूम है.