83 ट्रेनों से अब तक 1 लाख से अधिक लोग लौटे बिहार, और 86 ट्रेन परिचालन प्रस्तावित
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83 ट्रेनों से अब तक 1 लाख से अधिक लोग लौटे बिहार, और 86 ट्रेन परिचालन प्रस्तावित

देखा जाए तो कुल मिलाकर अभी तक 169 ट्रेनों की व्यवस्था की जा चुकी है, जिससे 2 लाख 22 हजार 596 लोग बिहार पहुंचेंगे. 

83 ट्रेनों से अब तक 1 लाख से अधिक लोग लौटे बिहार, और 86 ट्रेन परिचालन प्रस्तावित. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

पटना: बिहार की राजधानी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक के बाद सूचना जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने कहा कि सीएम ने निर्देश दिए हैं कि स्किल सर्वे के आधार पर रोजगार सृजन के लिए फैक्ट्रियां लगाईं जाएं ताकि श्रमिकों को स्थायी रूप से रोजगार उपलब्ध कराया जा सके.

उन्होंने कहा कि बाहर से पैदल चलकर आने वाले लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए. सीएम ने लोगों से अपील की है कि लोग बाहर से पैदल चलकर न आएं. पैदल चलनेवाले लोग अपने निकटतम प्रखण्ड/थाने में पहुंचकर सूचना दें ताकि उन्हें सहूलियत से उनके गंतव्यस्थल तक पहुंचाया जा सके.

मुख्यमंत्री ने मुंबई से प्रतिदिन 3 ट्रेनों का बिहार के लिए परिचालन करने का निर्देश दिया है. फिलहाल मुंबई से प्रतिदिन 2 ट्रेनें बिहार के लिए चलाई जा रही हैं. कोटा में अभी जो लोग फंसे हुए हैं, उन्हें भी बिहार लाने की व्यवस्था की जा रही है.

सूचना जनसंपर्क विभाग के सचिव ने बताया कि रोजगार सृजन के लिए 3 लाख 47 हजार 157 योजनाएं चलाई जा रही हैं और अब तक 1 करोड़ 59 लाख 45 हजार से ज्यादा मानव दिवस सृजित किए गए हैं.

आज यानी रविवार को 14 ट्रेनें बिहार आ रही हैं, जिससे तकरीबन 14,245 लोग घर वापस लौट रहे हैं. साथ ही कल यानी सोमवार को तकरीबन 20 ट्रेनें प्रस्तावित की गई हैं, जिससे 23,540 लोग आने वाले हैं. 

इस प्रकार कल तक कुल 83 ट्रेनें बिहार आ चुकी हैं और उन ट्रेनों से 1 लाख 2 हजार 196 लोग अन्य राज्यों से बिहार लौटे हैं. अभी 86 और ट्रेनें प्रस्तावित हैं, जिनके माध्यम से 1 लाख 20 हजार 400 प्रवासी बिहार आएंगे. 

देखा जाए तो कुल मिलाकर अभी तक 169 ट्रेनों की व्यवस्था की जा चुकी है, जिससे 2 लाख 22 हजार 596 लोग बिहार पहुंचेंगे. 

साथ ही बिहार में आपदा राहत केन्द्रों की संख्या बढ़ कर 172 हो गई है, जहां 72 हजार लोग आवासीत हैं. ब्लॉक क्वारंटाइन केन्द्र की संख्या अभी भी 3,474 है, जिसमें 98,814 लोग हैं. 

बिहार के बाहर रह रहे अब तक 1 लाख 90 हजार कॉल/मैसेज प्राप्त हुए हैं. इनमें 18 लाख 44 हजार से ज्यादा लोग सम्मिलित हैं. लोगों से फीडबैक लेकर उनकी परेशानियों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है.