मुंगेर के हथियार अब देश को दिलाएंगे पदक, इस प्लान से बढ़ेगा शूटिंग स्पोर्ट्स में स्कोप
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मुंगेर के हथियार अब देश को दिलाएंगे पदक, इस प्लान से बढ़ेगा शूटिंग स्पोर्ट्स में स्कोप

वहीं विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री क्लस्टर विकास योजना के तहत कॉमन फैसिलिटी सेंटर के लिए वह प्रयास करेंगे. विधायक ने कहा कि बंदूक कारखाना मुंगेर का इतिहास से जुड़ा हुआ है. 

मुंगेर के हथियार अब देश को दिलाएंगे पदक, इस प्लान से बढ़ेगा शूटिंग स्पोर्ट्स में स्कोप.

मुंगेर: बंदी के कगार पर पहुंच चुका मुंगेर बंदूक कारखाना के निर्माता संघ ने अब इस कला को बचाने और इस मंदी से उबारने के लिए अब परंपरागत हथियारों को बनाने के अलावा शूटिंग स्पोर्ट में काम आने वाले यहां एयर रायफल और एयर पिस्टल का निर्माण की ओर अग्रसर हो रहे हैं. प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर भारत की सपना को भी पूरा करेगा. 

सयुंक्त सचिव संदीप शर्मा ने बताया कि बंदूक कारखाना मुंगेर में बंदूक निर्माण का बहुत पुराना इतिहास है. इसके विकास से यहां के लोगों को रोजगार भी मिलेगा. मुख्यमंत्री क्लस्टर विकास योजना के तहत मुंगेर बंदूक कारखाना को कॉमन फैसिलिटी सेंटर बनाने की योजना वर्ष 2004 में बनी थी. यह योजना मुंगेर बंदूक कारखाना के लिए संजीवनी साबित होती लेकिन मामला ठंडे बस्ते में चला गया.  

उन्होंने कहा कि मुंगेर बंदूक कारखाना के कारीगर हुनरमंद हैं और किसी भी तरह के काम को सफलतापूर्वक कर सकते हैं. रक्षा क्षेत्र से जुड़े हथियार के छोटे-छोटे पार्ट्स का भी निर्माण कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि यहां एयर रायफल और एयर पिस्टल का निर्माण भी किया जा सकता है. यह आत्मनिर्भर भारत की सपना को भी पूरा करेगा. क्योंकि स्पोर्ट वीपन्स का बाजार खुला बाजार है.

देश में शूटिंग स्पोर्ट में काफी स्कोप है. अगर मुंगेर या देश के अंदर ही शूटिंग वीपन्स बनने लगेंगे तो खिलाड़ियों को महंगे में वीपन्स नहीं खरीदने पड़ेंगे. देश में बने कम कीमत पर अच्छे हथियारों को खरीद देश का नाम रौशन कर सकेंगे. मुंगेर बंदूक कारखाना अगर परंपरागत दो नालिया बन्दूक बनाने के साथ-साथ स्पोर्ट्स वीपन्स बनाने की ओर अग्रसर है तो ये खिलाड़ियों के लिए काफी अच्छी खबर है.

आज सरकार लोगों को हथियारों के लाइसेंस देने में काफी कंजूसी कर रही है, जिस कारण मुंगेर में निर्मित दो नालिया बन्दूक का मार्केट पूरी तरह समाप्त हो गया. अब यहां के बन्दूक निर्माण कारखाना के प्रबंधक और हुनरमंद कारीगरों ने अपने इस कला को जीवित रखने के लिए अब लाइसेंस मुक्त एयर पिस्टल, एयर राइफल जो तथा शूटिंग स्पोर्ट वीपन बनाने को ले बीजेपी विधायक प्रणव कुमार को एक प्रपोजल दिया. 

वहीं विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री क्लस्टर विकास योजना के तहत कॉमन फैसिलिटी सेंटर के लिए वह प्रयास करेंगे. विधायक ने कहा कि बंदूक कारखाना मुंगेर का इतिहास से जुड़ा हुआ है. 

उन्होंने कहा कि बंद के कगार पर पहुंचे बंदूक कारखाना के विकास से यहां के लोगों को रोजगार भी मिलेगा. बंदूक लाईसेंस की समस्या और बंदूक निर्माता संघ की समस्या को दूर करने का उन्होंने आश्वासन दिया. स्वदेशी तकनीक से एयर पिस्टल और एयर रायफल मुंगेर बंदूक कारखाना में निर्माण की अनुमति दिलाने के लिए जल्द पहल करेंगे. ताकि मुंगेर के हथियार अब देश को पदक दिलाने के काम आये.