ब्रजेश ठाकुर की राजदार मधु को मिलने वाला था पुरस्कार, सरकार से की गई थी सिफारिश
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ब्रजेश ठाकुर की राजदार मधु को मिलने वाला था पुरस्कार, सरकार से की गई थी सिफारिश

मधु ब्रजेश ठाकुर के संपर्क में 17 साल पहले उस समय आई थी, जब मुजफ्फरपुर के चतुर्भुजस्थान में ऑपरेशन उजाला चला था.

सीबीआई और पुलिस को है मधु कुमारी की तलाश. (फाइल फोटो)

मुजफ्फरपुरः बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले में महापाप के कारनामों का खुलासा लगातार हो रहा है. मामले की सीबीआई जांच भी जारी है. सीबीआई मुजफ्फरपुर बालिका गृह से लेकर समाज कल्याण विभाग तक हर पहलुओं को खंगाल रही है. वहीं, एक के बाद एक ब्रजेश ठाकुर के कारनामों का खुलासा हो रहा है.

सीबीआई अब तक के गिरफ्तार आरोपियों से भी पूछताछ कर रही है. लेकिन उन्हें कुछ ऐसे लोगों की भी तलाश है जो अभी सामने नहीं आए हैं. आरोपी ब्रजेश ठाकुर से जुड़े सभी लोगों में सबसे अहम एक महिला है जो इन उसके सभी कारनामों में बराबर की भागीदार थी.

मुख्य आरोपी में शामिल महिला मधु कुमारी जिसके गिरफ्तारी का इंतजार है. माना जा रहा है कि मधु के गिफ्तारी से ही ब्रजेश ठाकुर के खिलाफ पुख्ता सबूत मिलेंगे. मुजफ्फरपुर बालिका गृह से लेकर अन्य सभी कारनामों में ब्रजेश ठाकुर की सबसे अहम राजदार में से एक मधु कुमारी है.

बताया जाता है कि ब्रजेश ठाकुर और मधु कुमारी दोनों की पहुंच ऊंची थी. और जब दोनों एक साथ हो गए तो उनकी ताकत और अधिक हो गई. उसी ताकत के बल पर दोनों ने इतना बड़ा कारनामे को अंजाम दे रहे थे. न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार मधु कुमारी के बारे में बताया जाता है कि जिला मजिस्ट्रेट ने उसे एक पुरस्कार दिलवाने के लिए सरकार से सिफारिश की थी.

ब्रजेश ठाकुर की सबसे बड़ी राजदार मधु कहां है, इसका पता किसी को नहीं है. जांच एजेंसियों को उसकी तलाश है, लेकिन अभी तक उसको ढूंढ निकालने की सारी कोशिशें नाकाम रही हैं. चतुर्भुजस्थान से लेकर कई अन्य स्थानों पर पुलिस उसकी तलाश में गई, लेकिन वो नहीं मिली. मधु वामा शक्ति वाहनी की मुखिया है, जिसका गठन ब्रजेश ठाकुर ने किया था. इसका काम मधु ही देख रही थी, क्योंकि ब्रजेश ठाकुर ने उसे संगठन चलाने की जिम्मेवादी दे रखी थी.

मधु ब्रजेश ठाकुर के संपर्क में 17 साल पहले उस समय आई थी, जब मुजफ्फरपुर के चतुर्भुजस्थान में ऑपरेशन उजाला चला था. इस ऑपरेशन को चलानेवाली प्रशिक्षु आइपीएस अधिकारी दीपिका सूरी थीं, जिनका नाम मुजफ्फरपुर के लोग अब भी लेते हैं. उन्होंने चतुर्भुजस्थान में सुधार का बड़ा काम किया था. उसी समय मोहल्ला सुधार समिति बनी थी, इसमें ब्रजेश ठाकुर और मधु भी शामिल थे. इसके बाद से ही दोनों एक-दूसरे को जानने लगे.

वामा शक्ति वाहिनी की ओर से कई तरह के सामाजिक कार्यक्रम समाज को दिखाने के लिए चलाए जाते थे, लेकिन इसके पर्दे के पीछे कुछ और ही होता था. इसमें कई तरह के आरोप लग रहे हैं. लेकिन जब तक मधु सामने नहीं आती है, तब तक इनकी पुष्टि नहीं हो पाएगी. अब जांच एजेंसियों को मधु की जोर-शोर से तलाश है. कुछ दिन पहले मुजफ्फरपुर के नगर डीएसपी ने बालिका गृह कांड का सुपरविजन किया था, तब भी उन्होंने जांच अधिकारी ज्योति कुमारी को मधु के बारे में पता लगाने और उससे पूछताछ करने का निर्देश दिया था.