Bagaha Samachar: वाल्मीकिनगर में बाढ़ को देखते हुए गंडक बराज नियंत्रण कक्ष में बाढ़ नियंत्रण सेल के तहत कार्य जारी है. कार्यपालक अभियंता शीर्ष कार्य प्रमंडल जल संसाधन विभाग की ओर से गण्डक बराज नियंत्रण कक्ष में चार पालियों प्रतिनियुक्ति की प्रक्रिया जारी है.
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Bagaha: वाल्मीकिनगर का गण्डक बराज (Gandak Barrage) आधा दर्जन जिला प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित होता है. जून, जुलाई और अगस्त में इस पर सत्ता और व्यवस्था की सीधी नजर बनी रहती है. मानसून से पहले सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) खुद हर साल इस बराज का निरीक्षण करते है. इस साल भी 15 जून से पहले यात्रा सम्भावित है. बराज के मेंटेनेंस कार्य पूरा कर लिया गया है. नेपाल में कार्य युद्धस्तर पर पूरा किया जा रहा है और 36 फाटकों को दुरुस्त कर लिया गया है.
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वाल्मीकिनगर में बाढ़ को देखते हुए गंडक बराज नियंत्रण कक्ष में बाढ़ नियंत्रण सेल के तहत कार्य जारी है. कार्यपालक अभियंता शीर्ष कार्य प्रमंडल जल संसाधन विभाग की ओर से गण्डक बराज नियंत्रण कक्ष में चार पालियों प्रतिनियुक्ति की प्रक्रिया जारी है. यह सभी पदाधिकारी अपनी-अपनी पाली के लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदार होंगे नियंत्रण कक्ष में दूरभाष सुविधा सहित एसएमएस के माध्यम से हर घण्टे सूचना मुख्यालय को उपलब्ध कराई जाएगी. वाल्मीकिनगर के जेडीयू (JDU) विधायक रिंकू सिंह (Rinku Singh) ने बताया कि 'दियारावर्ती और गण्डक पार चार प्रखंडो में युद्ध स्तर पर फ्लड फाइटिंग कार्य किया जा रहा है.
बता दें कि पीपी तटबंध की सुरक्षा को लेकर अभियंताओ की टीम तैनात की गई है. गण्डक पार पिपरासी मधुबनी भितहा और ठकराहा में हर साल बाढ़ की विभीषका चार प्रखंडो में आती है. इसके लिए अभी से तैयारी की जा रही है. लेकिन तैयारी पूर्व प्रशासन की तमाम दावों की पोल भी खुल गई है.
यास (Yaas) चक्रवात में गण्डक बराज के नेपाल अंतर्गत अधिग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश हुई थी. इसमे गंडक बराज से एक लाख 31 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. इससे भितहा का पीपी तटबंध ध्वस्त हो गया. अब सवाल उठता है कि गण्डक बराज से साढ़े आठ लाख क्यूसेक पानी छोड़ने पर भी तटबंध को कोई नुकसान नही होना चाहिए. वहीं, एक लाख 31 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने पर ही तटबंध को नुकसान पहुंच गया था.
इस पर माले विधायक ने बाढ़ पूर्व तैयारी पर सवाल खड़ा कर दिया था और सीएम को बाढ़ पूर्व तैयारी में अनियमितता करने को लेकर पत्र लिखा गया. वहीं, वाल्मीकिनगर के जेडीयू विधायक रिंकू सिंह ने दोषी अधिकारियों को निलंबित करने की मांग की है और संवेदक को काली सूची में डालने के लिए सीएम को पत्र लिखा है.
यास साइक्लोन ने बाढ़ की तैयारी पर पोल खोल दिया था. इसके बाद जिला में बाढ़ के तैयारी का पूरा जिम्मा डीएम कुंदन कुमार ने उठा लिया है. तटबंधों की लगातार डीएम निरीक्षण कर रहे है, तो वहीं रामनगर के मसान नदी के अंतर्गत आने वाले बांधो का निरीक्षण बगहा एसडीएम शेखर आनन्द कर रहे है.
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बेतिया डीएम कुंदन कुमार ने कहा, 'पीपी तटबंध चम्पारण तटबंध रामनगर की मसान नदी सभी जगहों पर युद्ध स्तर पर कार्य किए जा रहे है. साथ ही अन्य जगहों की लिस्ट मंगाई गई है. उस पर भी कार्य किया जाएगा और तटबंधों की सुरक्षा में अभियंताओ की टीम लगाई गई है. साथ ही होमगार्ड के जवान भी तैनात किए जाएंगे. NDRF और SDRF को भी बगहा सहित अन्य इलाकों में तैनात किया जाएगा. यह सभी कार्य 15 जून के अंदर पूरा कर लिया जाएगा.'
(इनपुट-धनंजय द्विवेदी)