Bettiah: बिहार के बेतिया जिले में बाढ़ के कारण मझौलिया प्रखंड क्षेत्र का भंटाडीह गांव टापू में तब्दील हो गया हैं. इसके अलावा डुमरी पंचायत की विशेष समुदाय की बस्ती में भी बाढ़ का पानी घुस गया हैं. ये पानी अब सड़क से 2 से 3 फिट ऊपर बह रहा है. इसके बाद लोग जान जोखिम में डालकर पशुओं का चारा लाने के लिए मजबूर हैं. 


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गौरतलब है कि सिकरहना नदी के बाद अब कोहड़ा नदी ने भी कहर ढाना शुरू कर दिया है, कोहड़ा नदी के पानी से डुमरी पंचायत स्थित भंटाडीह की विशेष समुदाय की बस्ती टापू में तब्दील हो गई है. कई लोगों के घरों में कोहड़ा नदी का पानी घुस गया है. लगभग 300 से अधिक परिवारों के समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है. इसके अलावा पशुओं का चारा लाना भी एक विकट समस्या बन गई है. कमर तक पानी पारकर ग्रामीण पशुओं का चारा लाने के लिए जान को जोखिम में डाल रहे हैं. 
 
ग्रामीणों की धान की फसल पूरी तरह बर्बाद तो हो ही गई है. इसके लावा गन्ने के फसल भी लगभग डूबने के कगार पर हैं. कोविड-19  की वजह से बाहर भी रोजगार के साधन बंद हैं. ऐसे में अब ग्रामीणों के सामने रोजी-रोटी को लेकर भी समस्या खड़ी हो गई है. सड़क पर दो से 3 फीट बाढ़ का पानी बहने से अन्य क्षेत्रों से भंटाडीह गांव का संपर्क खत्म होता जा रहा है, जिसको लेकर ग्रामीणों में दहशत है.


(इनपुट-संजय)