Bihar: फर्जी ट्रस्ट बनाकर 135 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में फूटा महिलाओं का गुस्सा, किया NH पर चक्काजाम
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Bihar: फर्जी ट्रस्ट बनाकर 135 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में फूटा महिलाओं का गुस्सा, किया NH पर चक्काजाम

फर्जी तरीके से मदर टेरेसा फ्यूचर फाउंडेशन ट्रस्ट बनाकर 135 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में अब मुख्य आरोपी निर्भय फरार है. जिसके बाद ठगी का शिकार महिलाएं  दो दिनों से मोतीहारी के चकिया और मधुबन का चक्कर लगा रही है.

ठगी के मामले में फूटा महिलाओं का गुस्सा

Motihari: फर्जी तरीके से मदर टेरेसा फ्यूचर फाउंडेशन ट्रस्ट बनाकर 135 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में अब मुख्य आरोपी निर्भय फरार है. जिसके बाद ठगी का शिकार महिलाएं  दो दिनों से मोतीहारी के चकिया और मधुबन का चक्कर लगा रही है. जिससे तंग आ कर महिलाओं ने चकिया के रानीगंज में एनजीओ के कार्यालय के नीचे धरना दिया. इसके बाद महिलाओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग का चक्का जाम कर दिया. जिसके बाद वहां पांच घंटे तक जाम लगा रहा है. 

महिलाओं के आगे पुलिस भी बेबस दिखाई दी. इस दौरान भीड़ और धूप के कारण एक महिला मूर्छित होकर गिर भी गई, जिसका इलाज कराया गया. बता दें कि मदर टेरेसा फ्यूचर फाउंडेशन ट्रस्ट बनाकर 135 करोड़ रुपये ठगने का मामला सामना आया था. इस दौरान फाइनेंस ट्रस्ट के माध्यम से समूह बनाकर महिलाओं से करोड़ों रुपये की ठगी की गई थी. ठगी की शिकार सैंकड़ों महिलाओं ने कल मधुबन के बंजरिया गांव में मदर टरेसा फ्यूचर फाइनेंस ट्रस्ट के कथित संचालक निर्भय कुमार यादव के घर पर हंगामा किया था. इस दौरान महिलाओं ने मधुबन मलंग चौक को जाम कर दिया और आगजनी कर प्रदर्शन किया. इसके बाद महिलाएं मोतिहारी सहित शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर से भी महिलाएं पहुंचीं थीं. 

मधुबन थाने में खैरवा की कौशल्या देवी ने ट्रस्ट के खिलाफ एफआईआर कराई है. उन्होंने 40 लाख के गबन का आरोप लगाया है. ट्रस्ट ने सात जिले में समूह बनाया था, जिसमे करोड़ों के गबन का आरोप महिला लगा रही है. 

इधर, जितौरा गांव की नीलू देवी, मुनि देवी, चैता गांव की मीना देवी, कल्याणपुर ग्राम की सरिता देवी, घोड़ासहन ग्राम की रामसखी देवी, पताही की उर्मिला देवी, मुजफ्फरपुर की अनिता देवी आदि ने पुलिस को बताया कि बंजरिया ग्राम का निर्भय कुमार यादव मदर मदर टरेसा फ्यूचर ट्रस्ट के नाम पर कई तरह का प्रलोभन देते हुए पूर्वी चम्पारण, पश्चिमी चम्पारण, वैशाली, शिवहर, सीतामढ़ी आदि जिलों में महिलाओं के करीब 3 हजार समूह बनाया था. एक समूह में 20 महिलाएं थे. प्रत्येक महिला से उसने 22 हजार 5 सौ रुपये यानी एक समूह से साढ़े 4 लाख रुपये की वसूली की है. 

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समूह की प्रत्येक महिला को दो वर्षों तक 25 सौ रुपये जीविका पोषाहार, गर्भवती महिला को 28 सौ रुपये व केन्द्र की संख्या बढ़ने पर समूह की महिला को लड़की की शादी के लिए एक लाख रुपये अनुदान देने का प्रलोभन दिया गया और समूह की महिलाओं से राशि लेने के बाद कुछ महीने तक किसी-किसी महिला के खाते में 25 सौ रुपये भेजा गया था. उसके बाद राशि भेजना बंद कर दिया गया था.

(इनपुट:पंकज कुमार) 

 

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