सफाई कर्मियों के विरोध प्रदर्शन को देखकर नगर आयुक्त को निगम कार्यालय से वापस जाना पड़ा. साथ ही हड़ताल कर्मियों द्वारा आज पूरे शहर में जुलूस निकाला गया.
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मुंगेर: नगर निगम दैनिक सफाईकर्मियों के हड़ताल का छठा दिन काफी हंगामेदार और उग्र रहा. जिसमें शुक्रवार को वैकल्पिक सफाई व्यवस्था के तहत सफाई कार्यो को आरंभ करवाने निगम कार्यालय पहुंचे नगर आयुक्त श्रीकांत शास्त्री को हड़ताली सफाई कर्मियों के उग्र गुस्से को झेलना पड़ा.
वहीं, नगर आयुक्त के वाहन पर सफाई कर्मियों ने गुस्से में आकर उनके वाहन पर शौंच फेंककर अपना विरोध प्रदर्शन किया. इधर, सफाई कर्मियों के विरोध प्रदर्शन को देखकर नगर आयुक्त को निगम कार्यालय से वापस जाना पड़ा. साथ ही हड़ताल कर्मियों द्वारा आज पूरे शहर में जुलूस निकाला गया.
इस मामले में नगर आयुक्त श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि शुक्रवार को वैकल्पिक सफाई व्यवस्था के तहत वह नगर निगम कार्यालय पहुंचे और हड़ताल कार्मिकों द्वारा ताला लगाए गए कार्यालय को खोलकर कार्य आरंभ करने का प्रयास किया. इसी दौरान उग्र हड़ताल कर्मियों ने उन्हें कार्यालय खोलने से मना करते हुए पूरे निगम कार्यालय तथा मेरे वाहन पर भी शौंच फेंक दिया. जबकि इस दौरान उनके द्वारा वीडियोग्राफी के लिए ले गए कैमरामैन के कैमरे को भी तोड़ दिया गया.
उन्होंने कहा कि इस कारण उन्हें वहां से वापस आना पड़ा. वहीं, अब इस मामले को लेकर निगम प्रशासन द्वारा हंगामा करने वाले सफाई कर्मियों की पहचान कर उनके विरोध कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाने की तैयारी की जा रही है.
वहीं, इस मामले में बिहार लोकल बॉडी इंप्लाइज फेडरेशन के उप महामंत्री ब्रह्मदेव महतो ने कहा कि नगर आयुक्त द्वारा उनके वाहन पर शौंच फेंकने का आरोप बिल्कुल गलत है. आज कार्यालय पहुंचे नगर आयुक्त का विरोध सफाई कर्मियों द्वारा किया गया, लेकिन इसमें ना किसी के साथ मारपीट की गई ना ही नगर आयुक्त के वाहन पर शौंच फेका गया.
उन्होंने कहा कि यह नगर निगम की एक सोची समझी साजिश है. इसके तहत वह सफाई कर्मियों के हड़ताल को रोकवाना चाहते हैं. ब्रह्मदेव महतो ने कहा कि दैनिक सफाई कर्मियों का हड़ताल कोई लोकल मामला नहीं है. यह एक राज्य स्तरीय हड़ताल है. जिसमें संघ द्वारा लिए गए निर्णय के आलोक में सफाई कर्मियों द्वारा अपनी मांगों को लेकर हड़ताल किया गया है.
महतो ने कहा कि सफाई कर्मियों की राज्यव्यापी मांगे हैं. वहीं जब तक सरकार सभी सफाई कर्मियों को आउटसोर्सिंग द्वारा लिए जाने और दैनिक सफाई मजदूरों को हटाए जाने का आदेश पूरी तरह वापस नहीं लेती है, तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी.