Pappu Mukhiya Murder Case: नवादा के पकरीबरावां के बुधौली पंचायत के बहु चर्चित पप्पू मुखिया हत्याकांड में नवादा के नवनिर्वाचित बीजेपी सांसद विवेक ठाकुर ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया. सांसद ने पीड़ित परिवार से घटना की पूरी जानकारी ली. इस दौरान मृतक मुखिया पप्पू मांझी की बेटी ने सांसद से अपने पिता के हत्यारों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की. जिस पर सांसद विवेक ठाकुर ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह खुद इस मामले में एसपी एवं स्थानीय प्रशासन से बात करेंगे. सांसद ने पीड़ित परिवार से कहा कि उन्हें न्याय जरूर दिलाया जाएगा.


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इस दौरान उन्होंने पीड़ित परिवार को सरकार से मदद भी दिलाने का आश्वासन दिया. सांसद ने अपने साथ आए स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों को पीड़ित परिवार की मदद करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जबतक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलता है, वह चुप नहीं बैठेंगे. बता दें कि 13 जून को पकरीबरावां थाना क्षेत्र के बुधौली पंचायत के मुखिया रहे पप्पू मांझी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अपराधियों ने सुबह-सुबह मुखिया को गोलियों से छलनी कर दिया था. 


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इस मामले में पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. पुलिस के मुताबिक, राजनीतिक रंजिश में इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है. पुलिस ने पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अमरेंद्र यादव पर हत्या की साजिश रचने की बात कही है. पुलिस ने बताया कि मुखिया की हत्या में मुखिया प्रतिनिधि अमरेंद्र यादव ने उप मुखिया भलुआ गांव निवासी गौरीकांत पांडे के बेटे अनुज पांडे और मृतक मुखिया के करीबी दोस्त मनीष सिंह शामिल हैं. इन तीनों ने ही मुखिया पप्पू मांझी की हत्या की साजिश रची थी. पुलिस ने बताया कि ढाई लाख रुपयों में हत्या की सौदेबाजी हुई थी और एडवांस के तौर पर 10 हजार रुपये दिए गए थे.


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एसडीपीओ ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से पप्पू मुखिया से मुखिया प्रतिनिधि अमरेंद्र की अनबन चल रही थी. वह अपना घर बनाने को लेकर आरोपी अमरेंद्र से भिड़े हुए थे, जिसके कारण वह अमरेंद्र द्वारा कराए गए काम की किसी भी फाइल पर हस्ताक्षर नहीं कर रहे थे. इसकी वजह से पंचायत से पैसे नहीं निकल रहे थे. इसी कारण अमरेंद्र ने अनुज पांडे को प्रलोभन दिया. अनुज पांडे पहले से पप्पू मुखिया का विरोधी था. पप्पू मुखिया के करीबी दोस्त मनीष सिंह को भी मिलाया और फिर अपराधी प्रवृत्ति के निखिल से मुलाकात की. निखिल से ढाई लाख रुपये में बात फाइनल हुई और 10 हजार रुपये एडवांस भी दिए गए थे.