Martyred Manish Kumar Funeral: पटना एयरपोर्ट पर सलामी देने के बाद आज सुबह शहीद का पार्थिव शरीर नवादा पुलिस केंद्र लाया गया. जहां मिलिट्री वैन के जरिए उनके पार्थिव शरीर को पैतृक घर पांडे गंगोट के लिए भेजा गया. शहीद मनीष के अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम पड़ा.
शहीद मनीष को लेकर लोगों ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और भारत माता जय के नारे भी लगाए. लोगों ने इस दौरान मनीष अमर रहे के नारे लगाए. इतनी कम उम्र में देश के लिए शहीद हो जाना हर किसी को अचंभित कर रहा था. लोग उनकी वीरता के किस्से सुना रहे थे.
इस दौरान बड़ी संख्या में लोग वहां तिरंगा लेकर पहुंचे और अंतिम दर्शन के लिए लोग वहां एकत्रित हुए. नवादा पुलिस लाइन से पूरा काफिला शुरू हुआ.उसके बाद जिला पुलिस एवं प्रसाशन की मौजूदगी में काफिला आगे बढ़ा.
यह काफिला सद्भावना चौक,मेन रोड,प्रजातंत्र चौक, हॉस्पिटल रोड, इंदिरा चौक,बस स्टैंड कादरीगंज होते हुए यह काफिला उनके घर रूपौ के पांडेय गंगौट जाएगा. जहां सड़क के दोनों तरफ लोग उनके अंतिम दर्शन करने के लिए पहुंचे थे.
गांव में लोग शहीद मनीष के पार्थिव शरीर के आने का बेशब्री से इन्तजार कर रहे है. गांव के ही समशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. बता दें कि 25 वर्षीय जवान मनीष कुमार ड्यूटी के दौरान पाकिस्तान की तरफ से की गई गोलीबारी में शहीद हो गए थे.
मनीष कुमार की शादी महज दो महीने पहले खुशबू से हुई थी, जिसके बाद वह अपनी ड्यूटी पर कारगिल लौट गए थे. उनकी शादी 6 मार्च 2025 को हुई थी. पति की शहादत की खबर सुनकर खुशबू सदमे में हैं. उनके परिवार में उनके दो भाई भी सेना में कार्यरत हैं.
शहीद की पत्नी खुशबू बार-बार सिर्फ एक बात कहती हैं- “उन्होंने वादा किया था जल्दी लौटने का.” भावुक होते हुए उन्होंने कहा कि वे भी सेना में भर्ती होकर देश सेवा करना चाहती हैं. मनीष के शहीद होने से गांव में मातम पसरा है, वहीं गर्व भी है कि गांव का बेटा देश के लिए शहीद हुआ.
ट्रेन्डिंग फोटोज़