चाईबासा: पुलिस के अभियान से नक्सली पस्त, ग्रामीणों को भेज रहे धमकी भरा पत्र
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चाईबासा: पुलिस के अभियान से नक्सली पस्त, ग्रामीणों को भेज रहे धमकी भरा पत्र

इस चिट्टी के खिलाफ पुलिस ने टोंटो थाना में माओवादी के पोलित ब्यूरो के शीर्ष नेता प्रशांत बोस,मिसिर बेसरा, अनमोल,मोछू सहित दल माओवादियों पर मामला दर्ज कर लिया है.

एसपी ने कहा कि, सारंडा में माओवादी अपने अस्तित्व की आखिरी लडाई लड़ रहे हैं. (फाइल फोटो)

चाईबासा: भाकपा माओवादी सारंडा जंगल में अपने संगठन में युवक-युवतियों को शामिल कराने के लिए ग्राम-प्रधानों को हस्तलिखित और कम्प्यूटराइज्ड चिट्टी भेज रहे हैं. चिट्टी में माओवादियों ने हर गांव से 10-10 युवक-युवतियों की मांग की है, जिन्हें दस्ते में शामिल कराया जाएगा. जिस गांव से युवक-युवक नहीं शामिल होंगे,उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई है.

माओवादियों की इस चिट्टी से सारंडा-कोल्हान के जंगलों के ग्रामीणों में भारी दहशत कायम हो गया है. माओवादियों के इस चिट्टी के खिलाफ पुलिस ने टोंटो थाना में माओवादी के पोलित ब्यूरो के शीर्ष नेता प्रशांत बोस,मिसिर बेसरा, अनमोल,मोछू सहित दल माओवादियों पर मामला दर्ज कर लिया है.

माओवादियों के इस चिट्टी पर एसपी इंद्रजीत महथा ने करारा जवाब भी दिया है. एसपी ने कहा कि, सारंडा में माओवादी अपने अस्तित्व की आखिरी लडाई लड़ रहे हैं. माओवादियों को संगठन को बचाने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है.

एसपी ने कहा कि, पुलिस और सीआरपीएफ (CRPF) की लगातार सफलताओं और कई साथियों के मारे जाने के बाद माओवादी दस्ते के कैडरों में खौफ है. कैडर रहने को तैयार नहीं हैं. नए लोग शामिल नहीं होना चाहते हैं. जिससे संगठन में भगदड मच गई है, खुद माओवादी शीर्ष नेताओं की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है. इसलिए वे लोग अपने को सुरक्षित रखने के लिए सारंडा में डरा-धमका कर युवक-युवतियों को शामिल कराना चाहते हैं. लेकिन ग्रामीण वाले अब माओवादियों की सच्चाई जान चुके हैं, वे अपने गांव-क्षेत्र का विकास चाहते हैं.

गौरतलब है कि, सारंडा-पोडाहाट जंगल में पुलिस और सीआरपीएफ का पिछले कई महीनों से लगातार सर्च आपरेशन जारी है. सुरक्षा बलों को कई बार बड़ी सफलता मिली है और नक्सलियों के मंसूबे नाकाम हुए हैं. पोडाहाट जंगल से भाग कर इन दिनों माओवादी गोइलकेरा और गुवा थाना क्षेत्र के बीच बीहड में अपना ठिकाना बनाया है, जहां पैदल जाने के सिवाय कोई विकल्प नहीं है.

इस क्षेत्र को घरेने के लिए गोइलकेरा थाने के कुईडा में सीआरपीएफ कैंप बनाया गया है, जहां हाल ही में 64 केन बम बरामद हुआ था. सारंडा में माओवादियों का पूरी तरह सफाए के लिए दिल्ली और रांची से बड़े अधिकारी खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं.