प्रवासियों को रोजगार के लिए बिहार सरकार गंभीर, 2 स्ट्रैटजी के तहत कर रही काम
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प्रवासियों को रोजगार के लिए बिहार सरकार गंभीर, 2 स्ट्रैटजी के तहत कर रही काम

स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि, अब तक कुल 1 लाख 5 हजार 588 सैंपल्स की जांच की गई है और अब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 5,364 हो गई है.

प्रवासियों को रोजगार के लिए बिहार सरकार गंभीर, 2 स्ट्रैटजी के तहत कर रही काम. (फाइल फोटो)

पटना: सूचना एवं जनसंपर्क सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि, कोरोना (Corona) संक्रमण की वर्तमान स्थिति को लेकर सरकार द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है. मुख्य सचिव द्वारा प्रतिदिन इसकी उच्चस्तरीय समीक्षा की जा रही है और क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की नियमित बैठकें हो रही है. हर प्रकार की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है और सरकार द्वारा सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं.

13 लाख लोगों ने पूरी की क्वारेंटाइन अवधि
उन्होंने कहा कि, आज की तिथि में ब्लॉक क्वारेंटाइन सेंटर्स की संख्या 4,552 है, जिनमें 1 लाख 21 हजार 779 लोग आवासित हैं. ब्लॉक क्वारेंटाइन सेंटर्स में अब तक 15 लाख 20 हजार 941 लोग आवासित हो चुके हैं. इनमे से 13 लाख 99 हजार 162 लोग क्वारेंटाइन की निर्धारित अवधि पूरा कर अपने घर वापस जा चुके हैं.

1 हजार रुपए की आर्थिक मदद की जा रही
अनुपम कुमार ने कहा कि, मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष से मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना के अंतर्गत बाहर फंसे बिहार के 20 लाख 87 हजार 219 लोगों के खाते में प्रति व्यक्ति 1,000 रुपए की सहायता राशि भेजी जा चुकी है. असामयिक वर्षापात और ओलावृष्टि के कारण फरवरी, मार्च और अप्रैल महीने में किसानों की जो फसल हुई है, उसके लिए कृषि इनपुट अनुदान के तहत 730 करोड़ रुपए की राशि निर्गत की गई है. 

इसमें से अब तक 451 करोड़ रुपए की राशि 13 लाख 55 हजार किसानों के खाते में अंतरित की जा चुकी है, शेष किसानों के आवेदनों का निष्पादन तेजी से किया जा रहा है और जल्द ही कृषि इनपुट अनुदान की राशि प्रभवित किसानों के खाते में भेज दी जाएगी.

15 लाख से अधिक नए राशन कार्ड बनाए गए
उन्होंने कहा कि, राशन कार्ड विहीन सुयोग्य परिवारों के लिए अब तक 15 लाख 76 हजार नए राशन कार्ड बनाए जा चुके हैं. अनुपम कुमार ने बताया कि, रोजगार सृजन पर सरकार का विशेष ध्यान है और सभी संबंधित विभाग रोजगार सृजन को लेकर किए जा रहे कार्यों की निरंतर मॉनिटरिंग कर रहे हैं.

प्रवासियों की लगातार की जा रही मदद
उन्होंने कहा कि, लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक लगभग 4 लाख 48 हजार योजनाओं के अंतर्गत 5 करोड़ 61 लाख मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है. बाहर से बिहार आए लोगों की मदद के लिए सभी जिलों में डिस्ट्रिक्ट लेवल काउन्सिलिंग सेंटर्स या हेल्प डेस्क बनाए जा रहे हैं. यह सेटअप होने की प्रक्रिया में है.

रोजगार के लिए लोगों को दी जा रही जानकारी
अनुपम कुमार ने कहा कि, डिस्ट्रिक्ट लेवल काउन्सिलिंग सेंटर्स/हेल्प डेस्क से रोजगार प्राप्त करने के संबंध में लोगों को जानकारी दी जाएगी. रोजगार देने के लिए दो तरह की स्ट्रैटजी अपनाई गई है. पहला यह कि, सभी विभागों की जो स्कीम्स चल रही है, उनकी कैपेसिटी बढ़ाने को कहा गया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सके.

स्किल सर्वे करा रही सरकार
दूसरी स्ट्रैटजी यह है कि, अभी जो प्राइवेट इंडस्ट्रीज चल रही हैं और सरकार ने जो स्किल सर्वे कराया था, स्किल सर्वे का काम अभी भी चल रहा है, उसके डेटा के आधार पर जो इंडस्ट्री डिपार्टमेंट का पोर्टल है, वहां पर सभी इंडस्ट्रीज अपना रिक्वायरमेंट्स फीड करके रखते हैं. हमलोग उस पोर्टल पर स्किल सर्वे का डेटा फीड करते हैं, दोनों की मैचिंग ऑटोमेटिक या आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके जॉब मैचिंग होती है.

इस प्रकार स्किल के मुताबिक संबंधित श्रमिकों को रोजगार के संबंध में स्वतः यह मैसेज चला जाता है कि, उनके लिए रोजगार के लिए कहां-कहां अवसर उपलब्ध हैं. अपनी सुविधानुसार श्रमिक अपनी सहमति भेज देता है और उसको जॉब ऑफर हो जाता है. इसके अलावा जो इंडस्ट्रियल पॉलिसी है, उसमे मिडटर्म अमेडमेंट भी होने हैं, जिसके लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है. इस प्रकार जो इंसेंटिवस देने होंगे या जिसकी आवश्यकता होगी वह किया जाएगा.

1 लाख से अधिक लोगों की हुई कोरोना जांच
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि, अब तक कुल 1 लाख 5 हजार 588 सैंपल्स की जांच की गई है और अब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 5,364 हो गई है. पिछले 24 घंटे में कोरोना के 188 नए पॉजिटिव मामले सामने आए हैं.

2770 मरीजों ने कोरोना से जीता 'जंग'
लोकेश कुमार सिंह ने कहा कि, 24 घंटे में 228 लोग स्वस्थ हुए हैं. अब तक कुल 2,770 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होकर अपने घर वापस जा चुके हैं, जो कुल संक्रमित व्यक्तियों का 51.6 प्रतिशत है. बिहार के 38 जिलों में कोरोना संक्रमण के 2,560 एक्टिव मामले हैं. 3 मई के बाद बाहर से बिहार आने वाले लोगों में से 3,853 व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है, जो कुल संक्रमित व्यक्तियों का 72 प्रतिशत है.

डोर टू डोर की जा रही स्क्रिनिंग
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि होम क्वारंटाइन में रहने वाले लोगों पर भी निगरानी रखी जा रही है. डोर टू डोर स्क्रीनिंग में ऐसे व्यक्तियों की 14 दिनों तक मॉनिटरिंग भी की जा रही है. स्क्रीनिंग टीम प्रतिदिन प्रवासियों के घरों पर जाकर स्वास्थ्य की जानकारी ले रही है और ये भी देख रही है कि, वह होम क्वारेंटाइन की गाइडलाइंस का अनुपालन कर रहे हैं या नहीं. साथ ही, स्क्रीनिंग दल यह भी देख रहा है कि, उनमें कोविड के लक्षण हैं अथवा नहीं.

24 घंटे में 2 की कोरोना से मौत
उन्होंने कहा कि, बाहर से आए हुए लोग होम क्वारेंटाइन का दृढ़तापूर्वक अनुपालन करें और यदि कोविड-19 का लक्षण दिखाई दे तो उसे छुपाए नहीं, बल्कि सर्वेक्षण दल को जरूर बताएं. ताकि समय पर जांच कराकर अनुवर्ती कार्रवाई की जा सके. पिछले 24 घंटे में कोविड-19 से मृत्यु के दो नए मामले प्रकाश में आए हैं. एक मामला सारण जिले से संबंधित है जिनकी उम्र 46 वर्ष थी ये अन्य बीमारियों से भी ग्रस्त थें और हाल के दिनों में बाहर से आए थें. दूसरा मामला औरंगाबाद जिले का है, इनकी उम्र 58 वर्ष थी, ये भी अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त थे.

38 लोगों की हुई गिरफ्तारी
अपर पुलिस महानिदेशक पुलिस मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने बताया कि, 1 जून 2020 से गृह मंत्रालय (MHA) द्वारा जारी की गई नई गाइडलाइंस का अनुपालन कराया जा रहा है. 1 जून से अब तक कुल 18 एफआईआर दर्ज की गई है और 38 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. 7,314 वाहन जब्त किये गए हैं. इससे कुल 2 करोड़ 2 लाख रुपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई है.

22 लाख से अधिक का वसूला गया जुर्माना
जितेंद्र कुमार ने कहा कि, पिछले 24 घंटे में अवरोध पैदा करने के कारण 5 एफआईआर दर्ज की गई है. 776 वाहन जब्त किए गए हैं और 22 लाख 84 हजार 800 रूपए जुर्माने के रूप में वसूल किए गए हैं. कोविड-19 से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों और नई दिशा-निर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाए जा रहे हैं.