जीतनराम मांझी के इफ्तार पार्टी में तेजस्वी नदारद, पहुंचे नीतीश कुमार और राबड़ी देवी
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जीतनराम मांझी के इफ्तार पार्टी में तेजस्वी नदारद, पहुंचे नीतीश कुमार और राबड़ी देवी

जीतनराम मांझी के इफ्तार पार्टी में सीएम नीतीश कुमार खुद पहुंचे. आरेजडी नेता राबड़ी देवी और उनके बेटे तेजप्रताप यादव दोनों भी वहां पहुंचे थे.

जीतनराम मांझी ने इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था.

पटनाः हम पार्टी प्रमुख जीतनराम मांझी ने सोमवार को इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था. जिसमें आरजेडी, कांग्रेस समेत जेडीयू नेता शामिल हुए. कहा जाता है कि इफ्तार पार्टी आपसी सौहार्द के लिए होती है. ऐसे में इसका सियासी बातों से नहीं लेना देना. हालांकि, इन दिनों इफ्तार पार्टी को लेकर बिहार में जिस तरह से सियासत गरम है इससे सियासी मायनों से इनकार नहीं किया जा सकता है.

रविवार को जेडीयू के इफ्तार पार्टी में जीतनराम मांझी ने शिरकत की. जिसके बाद बिहार में राजनीति तेज हो गई. वहीं, सोमवार को जीतनराम मांझी के इफ्तार पार्टी में सीएम नीतीश कुमार खुद पहुंचे. जिसके बाद रविवार की राजनीति को और बल मिल गया.

वहीं, सियासी इफ्तार पार्टी से विपक्ष नेता तेजस्वी यादव नदारद दिख रहे हैं. आरजेडी की इफ्तार पार्टी में नहीं दिखने वाले तेजस्वी यादव जीतनराम मांझी की भी इफ्तार पार्टी में नहीं दिखे. हालांकि, आरेजडी नेता राबड़ी देवी और उनके बेटे तेजप्रताप यादव दोनों जगह इफ्तार पार्टी में पहुंचे थे. इससे भी सियासत में कई मायने लगाए जा रहे हैं.

इसके साथ ही नीतीश कुमार के शिरकत करने को लेकर जीतनराम मांझी ने बयान भी दिया है कि राजनीति में कोई दोस्त या दुश्मन नहीं होता है. यहां सारी संभावनाएं खुली हुई है. वहीं, नीतीश कुमार के साथ आने को लेकर उन्होंने कहा की बीजेपी को भगाने के लिए अगर नीतीश कुमार हमारे साथ आएं तो अच्छा होगा.

मतलब साफ है कि जीतनराम मांझी को नीतीश कुमार का इंतजार है. लोकसभा चुनाव में जीतनराम मांझी जिस तरह से नीतीश कुमार को लेकर आग उगल रहे थे. वह अब ठंडी हो गई है. हालांकि, कयास यह भी लगाए जा रहा है कि जीतनराम मांझी नीतीश कुमार के साथ अपनी संभावनाएं तलाश रहे हैं.

हालांकि, जेडीयू और बीजेपी के बीच की तल्खी खबर इन दिनों बिहार में सुर्खियों में है. ऐसे कई संकेत इन दिनों दिखें है जिसमें साफ कहा जा सकता है कि दोनों पार्टियों के बीच कुछ तल्खियां जरूर बढ़ी है. देखना यह कि इफ्तार पार्टी किसके लिए कौन सा सियासी समीकरण बनाता है.