नीतीश कुमार फिर बने JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष, नेशनल एग्जीक्यूटिव की बैठक में हुआ ऐलान
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नीतीश कुमार फिर बने JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष, नेशनल एग्जीक्यूटिव की बैठक में हुआ ऐलान

राष्ट्रीय परिषद की बैठक में पार्टी के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर, आरसीपी सिंह, संजय झा, वशिष्ठ नारायण सिंह सहित सभी बड़े पदाधिकारी शामिल हुए. 

नीतीश कुमार बने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली/पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) एकबार फिर अपनी पार्टी जनता दल युनाइटेड (JDU) का कमान संभाल लिए हैं. दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय परिषद की बैठक में उन्हें विधिवत आज जेडीयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया गया. बैठक में घोषणा होने के बाद पार्टी के तमाम नेताओं ने उन्हें शुभकामनाएं दी.

राष्ट्रीय परिषद की बैठक में पार्टी के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर, आरसीपी सिंह, संजय झा, वशिष्ठ नारायण सिंह सहित सभी बड़े पदाधिकारी शामिल हुए. कयास लगाए जा रहे हैं कि आज ही पार्टी अपने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की भी घोषणा करेगी. हाल ही में पटना में जेडीयू के प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा की गई थी.

राष्ट्रीय परिषद की बैठक में जेडीयू आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अपना एजेंडा तय करेगी. राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार पार्टी के एजेंडों पर मुहर लगाएंगे. ज्ञात हो कि इससे पहले राष्ट्रीय परिषद की यह बैठक 19-20 अक्टूबर को राजगीर में होने वाली थी. लेकिन उपचुनाव के कारण से इसे टाल दिया गया था.

नीतीश कुमार का राजनीतिक सफर
नीतीश कुमार का जन्म एक मार्च 1951 में नालंदा में हुआ था. नीतीश कुमार के पिता स्वतंत्रता सेनानी थे. उन्होंने 1972 में बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से डिग्री हासिल की, जिसके बाद उन्होंने बिहार राज्य बिजली बोर्ड में नौकरी भी की. 1973 में मंजू देवी से उनकी शादी हुई. जयप्रकाश नारायण के सम्पूर्ण क्रांति आंदोलन से जुड़ने के बाद नीतीश कुमार ने अपना रूख राजनीति की ओर कर लिया.

नीतीश कुमार 1984 में पहली बार बिहार विधानसभा के सदस्य चुने गए थे. 1989 में वह पहली बार वह लोकसभा सदस्य बने. नीतीश कुमार का राजनीतिक इतिहास काफी लंबा रहा है. 1989-2004 तक वह कुल छह बार लोकसभा सांसद रहे.

नीतीश कुमाक केंद्र सरकार में कई अहम मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालने के बाद वर्ष 2000 में पहली बार महज सात दिनों के लिए मुख्यमंत्री बने. इसके बाद उन्हें वाजपेयी कैबिनेट में रेल मंत्री बनाया गया. 2005 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को बिहार की गद्दी से उखाड़ फेंका. 2005 से लेकर अब तक वह लगातार बिहार के मुख्यमंत्री पद पर काबिज हैं. बीच में कुछ दिनों के लिए उन्होंने ही जीतन राम मांझी को बिहार के मुख्यमंत्री बनाया था.