बिहार: मंगल पांडे की शिकायत पर भड़के CM नीतीश, प्रधान सचिव को लगाई फटकार
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बिहार: मंगल पांडे की शिकायत पर भड़के CM नीतीश, प्रधान सचिव को लगाई फटकार

मुख्यमंत्री ने प्रधान सचिव से कहा कि, राज्य में आरटीपीसीआर टेस्ट की क्षमता रोज 20 हजार होनी चाहिए. अगर नहीं होती है, तो हम आप पर एक्शन लेंगे.

 

मुख्यमंत्री ने प्रधान सचिव को अनुमंडल स्तर पर एक सौ बेड का कोविड अस्पताल बनाने को भी कहा. (फाइल फोटो)

पटना: बिहार में कोरोना वायरस (Coronavirus) के बेतहाशा बढ़ रहे मामलों के बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) एक्शन में आए. कैबिनेट की बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने अपने विभाग के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत की शिकायत की और कहा कि, वो विभाग में मनमानी करते हैं. मेरी बात नहीं सुनते हैं. इतना सुनते ही मुख्यमंत्री ने प्रधान सचिव से कहा कि, राज्य में आरटीपीसीआर (RTPCR) टेस्ट की क्षमता रोज 20 हजार होनी चाहिए. अगर नहीं होती है, तो हम आप पर एक्शन लेंगे.

मुख्यमंत्री ने प्रधान सचिव को अनुमंडल स्तर पर एक सौ बेड का कोविड अस्पताल बनाने को भी कहा, जहां पर ऑक्सीजन की व्यवस्था हो. जिलों में ऐसी व्यवस्था हो, ताकि वहां के मरीजों का वहीं पर इलाज किया जा सके, अनावश्यक पटना के अस्पतालों पर अतिरिक्त बोझ नहीं पड़े.

सीएम ने कहा कि, जब दिल्ली जैसे राज्य में प्रतिदिन 38 हजार टेस्ट हो सकते हैं, तो बिहार में क्यों नहीं हो सकते हैं. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि, ऐसी परिस्थिति मेरे सामने पहले कभी नहीं आई, इसलिए जल्द से जल्द व्यवस्था करें.
मुख्यमंत्री ने कबिनेट की बैठक के बाद, कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर समीक्षा की.

इस दौरान उन्होंने कहा कि, अब ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि, जो भी जांच कराना चाहे, उसका कोरोना टेस्ट हो सके. उन्होंने कहा कि, हर हाल में जांच की सुविधा हो, किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए. कोरोना संक्रमितों के बेड के पास ऑक्सीजन व अन्य उपकरण होने चाहिए, ताकि इलाज में मदद मिले. जो जांच की जा रही है, उसकी अधिकतम 24 घंटे में रिपोर्ट दी जाए.

दरअसल, बिहार में हाल के दिनों में कोरोना संक्रमण का आकड़ा तेजी से बढ़ा है, जिसकी वजह से कई लोगों की जान भी गई है. अस्पतालों में बेड की कमी हो रही है, जिसको देखते हुए सरकार ने निजी अस्पतालों में कोरोना इलाज करने की अनुमति दी है. इसके साथ ही पांच हजार बेड और बढ़ाए जा रहे हैं. कई अस्पतालों को कोविड अस्पताल बनाया जा रहा है. अगर बीते 24 घंटों की बात करें, तो कोरोना से रिकार्ड 2803 मामले सामने आए हैं. राज्य में कोरोना पीड़ितों की संख्या 36 हजार को पार कर गई है.