महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर नहीं बनी बात, नीतीश को घेरने की रणनीति पर समझौता
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar486689

महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर नहीं बनी बात, नीतीश को घेरने की रणनीति पर समझौता

महागठबंधन के छह घटक दल बैठे थे सीट शेयरिंग पर आम सहमति बनाने के लिए, लेकिन सीट शेयरिंग की बजाय दलों में सहमति नीतीश कुमार को घेरने पर बनी.

बैठक में दो घंटे तक सीट शेयरिंग पर बात की गई.

आशुतोष चंद्रा, पटना: महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर सोमवार को फैसला नहीं हो सका. छह दलों के नेताओं ने दो घंटे तक सीट शेयरिंग पर विचार विमर्श किया लेकिन बात नहीं बन सकी. जल्द ही मामले को लेकर अगली बैठक भी बुलायी जाएगी. मीटिंग का मकसद रखने के लिए महागठबंधन के नेताओं ने नीतीश कुमार को घेरने की रणनीति तैयार पर आम सहमति जरुर बना ली.

महागठबंधन के छह घटक दल बैठे थे सीट शेयरिंग पर आम सहमति बनाने के लिए, लेकिन सीट शेयरिंग की बजाय दलों में सहमति नीतीश कुमार को घेरने पर बनी. दो घंटे चली बैठक के बाद बैठक के नतीजों की जानकारी देने की जिम्मेवारी मुकेश सहनी, उपेन्द्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी को सौंपी गयी.

उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर कोई विवाद नहीं है. हमारा मकसद 40 सीटों को जीतना है. उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार ने सहनी समाज का अपमान किया है.

मुकेश सहनी के महागठबंधन में शामिल होने पर नीतीश कुमार ने ये कहा है कि महागठबंधन सडक से उठाये गये लोगों की जमात है. महागठबंधन के घटक दल इसे पिछड़ा समाज का अपमान मानता है और मंगलवार के इसके खिलाफ जिला मुख्यालय में महागठबंधन के घटक दल सीएम नीतीश कुमार का पुतला दहन करेंगे. नीतीश कुमार अगर मामले पर माफी नहीं मांगते हैं तो 10 जनवरी को महागठबंधन के घटक दल राजभवन मार्च भी करेंगे.

जीतन राम मांझी ने कहा कि सीट शेयरिंग को लेकर महागठबंधन की पहली एक्सरसाईज हुई है. आगे एक दो मीटिंग और होगी. 14 तारीख के बाद सीटों को लेकर घोषणा कर दी जाएगी. जीतन राम मांझी ने कहा कि अभी फिलहाल नीतीश कुमार के बयान को लेकर महागठबंधन के लोग मर्माहत हैं. नीतीश कुमार को इसका जवाब देना होगा.

इधर तेजस्वी यादव ने भी सीट शेयरिंग को लेकर किसी भी परेशानी से इन्कार किया. तेजस्वी यादव ने कहा है कि 14 तारीख के बाद महागठबंधन का कोई एक सदस्य सीट शेयरिंग को लेकर घोषणा कर देगा. उनकी इच्छा है कि बिहार की तरह पूरे देश में महागठबंधन बने. यूपी के संदर्भ में तेजस्वी यादव ने कहा कि यूपी हमारे दायरे से बाहर है. यूपी में लोग समझदार हैं. सभी दलों को एकबार फिर सोचना चाहिए. मायावती के जन्मदिन पर वो up जाएंगे और महागठबंधन को लेकर आम सहमति बनाने की कोशिश करेंगे. तेजस्‍वी ने कहा कि 2019 चुनाव के बाद नीतीश और BJP में फिर से तलाक संभव है.