Bihar News: बिहार के 2500 युवा जुटा रहे अविवाहित होने का सबूत! जानें क्या है पूरा माजरा?
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Bihar News: बिहार के 2500 युवा जुटा रहे अविवाहित होने का सबूत! जानें क्या है पूरा माजरा?

Bihar News: दिल्ली की 'सेव गर्ल-सेव वीमेन' निजी संस्था ने अपने सर्वे में पाया कि बिहार के ढाई हजार से ज्यादा युवाओं पर महिलाओं के शोषण के मुकदमे दर्ज हैं. इन गंभीर मामलों से बचने के लिए वे खुद को अविवाहित साबित करने में लगे हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर

Bihar News: बिहार के तकरीबन 13 जिलों के ढाई हजार से ज्यादा युवा खुद के अविवाहित होने के सबूत जुटा रहे हैं. ऐसा उनको इसलिए करना पड़ रहा है, क्योंकि इन युवाओं पर कानूनी कार्रवाई की तलवार लटक रही है. दरअसल, इन युवाओं पर लड़कियों से जबरन शादी करने, अपहरण कर शादी करने, शादी की नीयत से बहला-फुसलाकर घर से भगाने और प्रेम-प्रसंग में ले जाकर बेच देने का आरोप है. यह बात दिल्ली की एक निजी संस्था ने अपने सर्वे के आधार पर कही है. दरअसल, दिल्ली की 'सेव गर्ल-सेव वीमेन' निजी संस्था ने कहा कि उत्तर-पूर्व के 13 जिलों के 2500 से अधिक युवाओं पर महिलाओं के साथ अपराध के गंभीर आरोप हैं. ये लोग कोर्ट में खुद को अविवाहित साबित करने में जुटे हैं.

संस्था ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इन युवाओं का कोर्ट में मुकदमा चल रहा है और सजा से बचने के लिए ये खुद को निर्दोष साबित करने का प्रयास कर रहे हैं. ये लोग अपनी पंचायत या वार्ड जनप्रतिनिधि से मिलकर अविवाहित होने का सबूत लिखित रूप में लेने का प्रयास कर रहे हैं. संस्था का कहना है कि इस तरह के सबसे ज्यादा मामले सीमांचल और कोसी के इलाके में देखने को मिल रहे हैं. संस्था के बिहार राज्य को-ऑर्डिनेटर मयंक सक्सेना ने बताया कि सीमांचल के चारों जिलों में हर महीने 80 से 150 के बीच अपहरण करके नाबालिग लड़कियों की शादी करने के मामले सामने आ रहे हैं. यही हाल कोसी, भागलपुर, मुंगेर और बेगूसराय का है.

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इंडियन चाइल्ड प्रोटेक्शन फंड (ICPF) ने एक विस्तृत रिपोर्ट के मुताबिक, देश में पॉक्सो के 2 लाख 43 हजार मामले लंबित चल रहे हैं. मात्र 3 प्रतिशत मामलों में ही सजा हो पाई है, यानी कि कनविक्शन रेट काफी कम चल रहा है. 2023 में पॉक्सो एक्ट के 2 लाख 68 हजार 38 मामले दर्ज हुए, लेकिन सजा सिर्फ 8,909 केस में हुई. अगर इसी रफ्तार से फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई चलती रही तो बिहार में पीड़ित को न्याय मिलने में 26 साल लग जाएंगे.

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