Bihar News: विधायकों के साथ हुए मारपीट के मामले में सरकार की तरफ से जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने विपक्षी विधायकों पर तंज कसते हुए कहा कि आप नहीं होते हैं तो मन नहीं लगता है.
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Patna: बिहार विधानसभा मॉनसून सत्र के तीसरे दिन 23 मार्च को भी विधायकों के साथ हुए मारपीट के मामले पर चर्चा की मांग उठी. इस दौरान RJD व लेफ्ट ने पहले सदन के बहिष्कार का ऐलान किया और फिर सदन के बाहर विधायकों ने प्रदर्शन किया. वहीं, कांग्रेस के विधायकों ने भी प्रदर्शन किया.
सदन की कार्रवाई 11 बजे शुरू हो गई. कांग्रेस के विधायक सदन में गए लेकिन लेफ्ट के विधायक और आरजेडी के विधायक नहीं पहुंचे. इसके बाद, स्पीकर विजय सिन्हा की ओर से किए गए विशेष पहल पर सभी विपक्षी दल सदन की कार्रवाई में भाग लेने के लिए पहुंचे.
विधायकों के साथ हुए मारपीट के मामले में सरकार की तरफ से जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने विपक्षी विधायकों पर तंज कसते हुए कहा कि आप नहीं होते हैं तो मन नहीं लगता है. हमलोग चाहते हैं कि विपक्ष हमेशा सरकार के साथ रहे. RJD के विधायक भाई वीरेन्द्र ने कहा कि जनता है सब जानती है.
इस पर मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि बिल्कुल जनता है. सब देखती-जानती है,हमलोगों का और आपलोगों का दोनों का देख रही है. पहले क्या होता था जनता सब जान रही है. सदन के अंदर भी क्या हुआ है वो बिहार की जनता जान रही है, जहां तक 23 मार्च की घटना की बात है तो इसके लिए सरकार ने पहले भी कहा है कि इसके लिए पूरे तौर पर विस अध्यक्ष का अधिकार है वे जो कार्रवाई करेंगे,सरकार साथ है.
संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि विपक्ष को सदन में देखकर सत्ता पक्ष को अच्छा लग रहा है. विपक्ष के बिना लोकतंत्र में सरकार नहीं चलाई जा सकती. हम विपक्ष की भावना का कद्र करते हैं और जो भी विधानसभा अध्यक्ष तय करेंगे वह सरकार को मंजूर होगा.
संसदीय कार्य मंत्री के बाद स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने विपक्ष की बात को गंभीरता से लेते हुए आज दोपहर 1 बजे कार्य मंत्रणा समिति की बैठक बुलाया. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आज प्रश्नोत्तर काल और शून्यकाल की कार्यवाही के बाद कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में सभी नेताओं के साथ इस बात पर चर्चा होगी कि विधायकों की पिटाई के मसले पर सदन में आगे क्या कुछ किया जा सकता है. उसके बाद बैठक हुई और फिर विधानसभा का दूसरी पारी शुरू हो गया जिसमें इन विषयों पर चर्चा हुई. लेकिन विपक्ष पूरी तरह से इस मानसून सत्र में सत्ता पक्ष पर हावी दिख रहा है अब देखना यह है कि विपक्ष क्या रणनीति बनाता है.