जेपी की जन्मस्थली के विकास को लेकर बीजेपी ने CM नीतीश पर किया पलटवार, कहा-भ्रष्टाचार में लिप्त शिष्यों को उनका...
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जेपी की जन्मस्थली के विकास को लेकर बीजेपी ने CM नीतीश पर किया पलटवार, कहा-भ्रष्टाचार में लिप्त शिष्यों को उनका...

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्मभूमि सिताब दियारा के उत्तर प्रदेश क्षेत्र के लंबित कार्यों को शीघ्र पूर्ण किये जाने का अनुरोध किया है.

 (फाइल फोटो)

Patna: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्मभूमि सिताब दियारा के उत्तर प्रदेश क्षेत्र के लंबित कार्यों को शीघ्र पूर्ण किये जाने का अनुरोध किया है. इधर, भाजपा ने इस पत्र को विशुद्ध राजनीति बताते हुए नीतीश कुमार को 'आईना ' दिखाया है.

CM नीतीश ने उठाई थी ये मांग

बिहार के मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि जेपी की जन्मभूमि सिताब दियारा ग्राम, जो बिहार एवं उत्तर प्रदेश की सीमा के पास गंगा एवं घाघरा नदी के संगम पर बिहार के सारण जिला में अवस्थित है, में वर्षा ऋतु के दिनों में गांव की भूमि के कटाव का खतरा बना रहता था तथा विगत वर्षों में कई बार वहां कटाव की स्थिति भी उत्पन्न हुई थी. 

मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, नीतीश कुमार ने पत्र में यह भी लिखा है कि ग्राम सिताब दियारा की बाढ़ से सुरक्षा के लिए घाघरा नदी की ओर से एक रिंग बांध (लगभग 7.5 किलोमीटर की लंबाई में) बनाये जाने की आवश्यकता महसूस की गई है. वर्ष 2017-18 में बिहार भू-भाग में लगभग 4 किमी एवं उत्तर प्रदेश के भू-भाग में लगभग 3.5 किमी की लंबाई में रिंग बांध तथा अन्य कटाव निरोधक कार्य प्रारंभ किया गया. इसके अलावा भी मुख्यमंत्री ने पत्र में कई और लंबित कार्यों को पूर्ण कराने का अनुरोध किया है.

बीजेपी ने साधा निशाना

नीतीश कुमार के पत्र के मीडिया में जारी होते ही भाजपा ने नीतीश कुमार को आईना दिखाने में देरी नहीं की. भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री और प्रवक्ता डॉ निखिल आनंद ने बिहार के सीएम के पत्र के लिखे जाने को वक्त के हिसाब से 'विशुद्ध राजनीतिक' करार दिया है. उन्होंने कहा कि जेपी के अवसरवादी, परिवारवादी, वंशवादी और भ्रष्टाचार में लिप्त शिष्यों को उनका उत्तराधिकारी कहलाने का नैतिक अधिकार नहीं है.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस विरोध की शपथ ले चुके जेपी के शिष्य आज कांग्रेस की गोद में बैठकर राजनीति कर रहे हैं, यह कम दुर्भाग्यपूर्ण नहीं है. निखिल आनंद ने कहा कि बिहार के सीएम जानकारी के अभाव में यह पत्र लिख दिया है. उन्होंने कहा उन्हे सही जानकारी साझा करना जरूरी है. आनंद ने कहा कि जेपी की जन्मस्थली पर अवस्थित उनके अपने घर को यथावत् बनाए रखने का काम बखूबी किया गया है. आगे भी इस स्थल के विकास के प्रति भाजपा कृत्संकल्पित है.

उन्होंने कहा कि भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा जेपी के जन्मस्थली क्षेत्र परिसर के विकास का कार्य लगातार किया जा रहा है. कई नए निर्माण कार्य, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के काम हुए हैं और कई निर्माण चल रहे हैं.

सिताबदियारा जाने वाली तमाम सड़कों जिसका जिक्र बिहार के मुख्यमंत्री कर रहे हैं उनके निर्माण की योजनाओं पर पहले से ही काम चल रहा है. अपूर्ण होने का मतलब यह नहीं काम नहीं हो रहा है. स्वाभाविक है कि जहां काम जारी है, वहां काम अपूर्ण होगा.

निखिल आनंद ने आगे कहा कि अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चाहिए कि योगी आदित्यनाथ से सीख लेकर बिहार का भी भला करें और कम से कम कानून व्यवस्था ही ठीक कर दें. सिताब दियारा के विकास के लिए योगी आदित्यनाथ की सरकार सतत चिंतित और कृत संकल्पित है. निखिल ने सीएम से कहा कि बेहतर होता जेपी आंदोलन से उपजे हुए आप जैसे तमाम उनके शिष्यगण भारत के लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए परिवारवाद, वंशवाद, भ्रष्टाचार के खिलाफ ईमानदारी से लड़ाई लड़ने का संकल्प लें, यह आज के वक्त की सबसे बड़ी राजनीतिक जरूरत है.

(इनपुट: आईएएनएस)

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