एक तरफ बिहार में नियोजित शिक्षकों के वेतन के मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है वहीं, दूसरी तरफ राज्य के कम्प्यूटर शिक्षकों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की है.
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पटना: एक तरफ बिहार में नियोजित शिक्षकों के वेतन के मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है वहीं, दूसरी तरफ राज्य के कम्प्यूटर शिक्षकों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की है. ज्ञात हो कि 1800 से अधिक शिक्षक बीते 215 दिनों से स्थाईकरण की मांग को लेकर अनशन कर रहे हैं. मांगों को लेकर शिक्षकों का शिष्टमंडल राज्यपाल, मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से मिल चुका है.
राज्य के 1832 शिक्षक अपनी मांगों को लेकर लगातार अनशन कर रहे हैं. मांगे पूरी नहीं होने की वजह से इन्होंने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की है. इन्हें आउटसोर्सिंग के माध्यम से बहाल किया गया था. शिक्षकों का आरोप है कि शिक्षक दिवस के दिन उन्हें सम्मानित करने के बजाय बीएसआईडीसी ने अपमानित किया.
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इस बीच मंगलवार को कम्प्यूर शिक्षकों का प्रदर्शन उग्र हो गया. ये शिक्षक धरना स्थल पर लगे गेट को तोड़ने की कोशिश की. मौके पर मौजूद पुलिस बल ने इन शिक्षकों को ऐसा करने से रोक दिया.
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