जरूरतमंदों को मुंह चिढ़ाता ब्लड बैंक! स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन की कमी के चलते नहीं मिला खून का एक भी कतरा
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जरूरतमंदों को मुंह चिढ़ाता ब्लड बैंक! स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन की कमी के चलते नहीं मिला खून का एक भी कतरा

Sheikhpura Samachar: शेखपुरा में स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के उदासीन रवैये के कारण प्रचार-प्रसार के अभाव में मात्र एक व्यक्ति के द्वारा ही रक्तदान किया जा सका है.

स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन की कमी के चलते नहीं मिला खून का एक भी कतरा.

Sheikhpura: विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर जहां लोगों को जागरूक कर रक्तदान के प्रति प्रेरित किया जाता है वहीं, शेखपुरा में स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के उदासीन रवैये के कारण प्रचार-प्रसार के अभाव में मात्र एक व्यक्ति के द्वारा ही रक्तदान किया जा सका है.

बता दें कि पिछले 2 माह से ब्लड बैंक में किसी भी ग्रुप का खून उपलब्ध नहीं है. विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर विभिन्न सामाजिक संगठनों और जिला प्रशासन के द्वारा लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाकर रक्तदान के प्रति लोगों को जागरूक किया जाता है. लेकिन शेखपुरा  जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के उदासीन रवैये और प्रचार प्रसार की कमी के कारण जिले में लोग रक्त दान करने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं जिसके कारण शेखपुरा के ब्लड बैंक में पिछले दो माह से किसी भी ग्रुप का खून उपलब्ध नहीं है.

वहीं, विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर एक मात्र रक्तदाता ने सदर अस्पताल पहुंचकर अपने दायित्व का निर्वाहन किया. सामाजिक कार्यकर्ता सौरभ पांडे ने अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए रक्तदान किया. इस मौके पर सौरभ पांडे ने आम लोगों से भी इस अभियान में आगे आकर समाज और देश के प्रति जागरूक होने की अपील की है. सौरभ पांडे ने कहा कि 'मैंने पिछले कई सालों में 6 से ज्यादा बार रक्तदान किया है और अन्य लोगों से भी रक्तदान करने की अपील की है.'

इधर, ब्लड बैंक के मैनेजर ने कहा कि 'ब्लड बैंक में पिछले 2 माह से किसी भी ग्रुप का ब्लड नहीं है. ब्लड नहीं रहने के कारण इमरजेंसी केस में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. तत्काल मरीज के परिजनों को ही खून उपलब्ध कराए जाने का अनुरोध किया जाता है.' उन्होंने आम लोगों से रक्तदान कर देश और समाज को सहयोग करते हुए जरूरतमंदों की सहायता कर जीवन बचाने की अपील की है.

दूसरी तरफ सदर अस्पताल के प्रबंधक धीरज कुमार ने कहा कि 'कोविड-19 को लेकर लोग अस्पताल नहीं आना चाहते हैं. कुछ जागरूकता की भी कमी की बात है.'

गौरतलब है कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने ब्लड बैंक की स्थापना के साथ संचालन को लेकर भले ही लाखों रुपए खर्च कर दिए हो लेकिन प्रचार प्रसार नहीं होने से ब्लड बैंक में ब्लड उपलब्ध नहीं है.

ऐसे में स्वास्थ विभाग और जिला प्रशासन से इस दिशा में पहल करने की अपील है ताकि जरूरतमंद लोगों को ब्लड के लिए भटकना नहीं पड़े.

(इनपुट- रोहित सिन्हा)

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