मृतक के भाई अंगद सिंह ने कहा कि छठ पर्व के ही दिन घाट पर गया था. जहां रात्रि को प्रोग्राम के चलते छठ घाट पर रुक गया. जब सोमवार की सुबह हुआ तो सुबह में घाट के नजदीक गया जहां अचानक पैर फिसल गया जो गहरे पानी में जाने से डुबकर उनकी मौत हो गई.
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गया : रामगढ़ थाना क्षेत्र के तरैथा गांव में 30 घंटे के बाद युवक का शव दुर्गावती नदी से बरामद किया है. छठ पर्व के दिन युवक का पैर फिसलने से नदी में डूबने से मौत हो गई थी. पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भभुआ सदर अस्पताल भेज दिया है.
क्या है पूरा मामला
मृतक के भाई अंगद सिंह ने कहा कि छठ पर्व के ही दिन घाट पर गया था. जहां रात्रि को प्रोग्राम के चलते छठ घाट पर रुक गया. जब सोमवार की सुबह हुआ तो सुबह में घाट के नजदीक गया जहां अचानक पैर फिसल गया जो गहरे पानी में जाने से डुबकर उनकी मौत हो गई. जिसके बाद काफी खोजबीन करने पर 30 घंटे बाद दुर्गावती नदी से शव को बरामद किया गया जहां पुलिस व परिजन की मदद से पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाया गया है.
बिहार के इन जिलों में भी छठ पर हुई थी मौत
पटना में भी डूबने से 3 बच्चों की मौत हो गई. कोसी-सीमांचल और पूर्वबिहार में छठ के दौरान डूबने से दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई. ज्यादातर मामले कोसी-गंगा व उसकी सहायक नदियों के घाटों पर हुई है. मुंगेर समेत कुछ जगहों पर तो घर का इकलौता चिराग ही बुझ गया. पूर्णिया के कसबा में एक साथ तीन बच्चों की मौत डूबने से हुई. बता दें कि मुंगेर में ऐसी घटना घटी जिससे पूरे इलाके में मातम का माहौल है. छठ घाट पर अर्घ्य देने के दौरान ही एक युवक का पांव फिसल गया और वो गहरे पानी में चला गया. जहां डूबने से उसकी मौत हो गई. अब उस घर में कोई पुरुष सदस्य नहीं बचे. मृतक ही उस घर में अकेला कमाने वाला था. अपने पीछे वो अपनी मां और कई बहनों को छोड़ गया है.
इनपुट- मुकुल जायसवाल
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