लोगों की पहली पसंद और उम्मीद बन रहे बिहार के ये लाल, सरकारी अधिकारियों की बंद कर देते है बोलती
अगर मनीष के जीवन परिचय की बात करें तो उनका जन्म 9 मार्च 1988 बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के डुमरी महनवा गांव में हुआ. उन्होंने अपनी सारी शिक्षा बिहार से ही की है.
पटना : सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले मनीष कश्यप बिहार में रहने वाले लोगों की पहले पसंद और उम्मीद बनते जा रहे हैं. मनीष ने हमेशा से ही भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई है और उनका यह सिलसिल आज भी जारी है. वो अपने एक यूट्यूब चैनल के माध्यम से बिहार की प्रशासनिक सेवाएं, अर्थव्यवस्था और भ्रष्टाचार के अलावा सरकारी विभाग में धांधली को लोगों से अवगत कराने का काम करते है.
भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते है मनीष
अगर मनीष के जीवन परिचय की बात करें तो उनका जन्म 9 मार्च 1988 बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के डुमरी महनवा गांव में हुआ. उन्होंने अपनी सारी शिक्षा बिहार से ही की है. इसके अलावा इंजीनियर की डिग्री प्राप्त करने के लिए महाराष्ट्र आ गए और सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय पुणे से सिविल इंजीनियर की डिग्री 2016 में प्राप्त की. डिग्री प्राप्त करने के बाद मनीष कश्यप ने कहीं पर भी नौकरी नहीं की. बिहार के सरकारी विभागों में फैलते भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए उन्होंने पत्रकारिता को अपना पेशा बनाया. मनीष हमेशा बिहार के साथ-साथ देश भर में फैल रहे भ्रष्टाचार पर आवाज उठा रहे हैं. आज वो बिहार में रहने वाले हर नागरिक की पहली पसंद बन गए है.
लोगों की आवाज बन रहे मनीष
मनीष कश्यप हमेशा बिहार के सरकारी विभाग में लोगों की आवाज बनकर गुंजते है. सरकारी विभाग में काम करने वाले अधिकारी भी अब अपने काम को बहुत ही अच्छे से करते है. अगर कहीं पर भ्रष्टाचार होता है तो मनीष उस अपने चैनल के माध्यम से लोगों के सामने रखते है. इनकी खबर के माध्यम से कई अच्छ काम भी हुए. लोगों के बीच अब यह सन ऑफ बिहार के नाम से जाने जाते है.
मनीष भ्रष्टाचार मुक्त चाहते है बिहार
मनीष कश्यप के अनुसार बिहार के सरकारी विभाग भ्रष्टाचार भरे हुए है. उन्होंने हमेशा सड़क निर्माण करने वाले विभाग की गलतियों को उजागर किया है. उनका सपना बिहार को भ्रष्टाचार से मुक्त करना है. इस कार्य में बिहार की जनता का साथ भी उनको भरपूर मिल रहा है.