Bihar Ki khabar: पटना में बालू के अवैध कारोबार में लगे ट्रैक्टर के मालिक का कहना है कि फिलहाल यहां पर बालू नालंदा, गया और जहानाबाद से आ रहा है.
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Patna: बालू के अवैध खनन ( Illegal sand business) को लेकर अधिकारियों पर बिहार सरकार की कार्रवाई एक तरफ है लेकिन दूसरी ओर राजधानी पटना के बीचों बीच बालू बाजार का अवैध धंधा खूब फल रहा है. पटना बायपास में दो से तीन किलोमीटर के दायरे में आपको यह अवैध बालू बाजार देखने को मिलेगा. सैकड़ों टैक्टर पर लद बालू का नजारा हर आने जाने वाले को दिखती है पर प्रशासन को नहीं.
इस अवैध बालू बाजार का मामला बिहार विधान परिषद (Bihar Vidhan Parishad) की कार्यवाही में भी उठ चुका है. परंतु, अवैध बालू बाजार को अवैध कमाई से वैधानिक रूप से चलाई जा रही है. हमारे पटना संवाददाता नवजीत ने इसका जायजा लिया है. बालू कारोबार में लगे लोगों से बातें भी की है. कैमरे से ज्यादा वे कैमरे के पीछे कई राज बताए.
बालू ट्रैक्टर के मालिक का कहना है कि फिलहाल यहां पर बालू नालंदा, गया और जहानाबाद से आ रहा है. सोन नदी में पानी के कारण वहां से बालू नहीं मिल रहा है. वे बताते हैं कि वैध चालान रहने के बाबजूद जहानाबाद से आने में तीन से चार पुलिस चेक पोस्ट पर रुपए देने पड़ते है. एक जगह पर पांच से दस सौ रुपए प्रति ट्रक पुलिस अवैध बसूली करती है. यही नहीं सड़क पर ट्रैक्टर लगाने के लिए भी पुलिस पैसे वसूलती है.
'हम अवैध खनन वाले पर कार्रवाई करने से नहीं चुकेंगे'
इधर, पूरे मामले पर उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि हम अवैध खनन वाले पर कार्रवाई करने से नहीं चुकेंगे. अवैध खनन में लगे माफियाओं पर कार्रवाई की जाएगी. हमारी सरकार पिछले पंद्रह सोलह साल से इस काम में लगी है.इसी का नतीजा है कि कई अधिकारियों पर कार्रवाई हुई है. आगे भी कार्रवाई की जाएगी.
'हमारी प्राथमिकता है कि हर किसी को सस्ते पर बालू उपलब्ध हो'
वहीं, पथ निर्माण मंत्री और बांकीपुर विधायक नीतीन नवीन कहते हैं कि हमारी प्राथमिकता है कि हर किसी को सस्ते पर बालू उपलब्ध कराना. इसी में सरकार जुटी है. उन्होंने कहा कि अवैध बालू खनन के तहत ही सरकार ने बीते दिनों दो आईपीएस अधिकारी व जिले के कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की. गौरतलब है कि दो जिले के पुलिस कप्तान को इस मामले में मुख्यालय अटैच किया गया था.