Patna-Bettiah Fourlane: पटना से बेतिया के बीच फोरलेन रोड बनाने की योजना है. जिसके निर्माण के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एनएचएआई (NHAI) भी मंजूरी दे चुका है. ऐसे में इसके निर्माण से किन-किन इलाके की कनेक्टिविटी बेहतर होगी और इसके क्या-क्या फायदे होंगे. इस खबर में हम आपको इसी के बारे में बताएंगे.
पटना-बेतिया फोरलेन के निर्माण से राजधानी पटना, सारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण जिले की कनेक्टिविटी तो बेहतर होगी ही इसके साथ ही यहां व्यापार के भी अवसर बढ़ेंगे.
जानकारी के मुताबकि, इस सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-139W) के रूप में जाना जाएगा. इसकी कुल लंबाई 171.29 किलोमीटर होगी. जबकि इस फोरलेन सड़क के निर्माण में 8660.70 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
बताते चले कि पटना-बेतिया फोरलेन सड़क के निर्माण से लोगों का काफी समय बच जाएगा. पहले पटना से बेतिया की यात्रा को पूरा करने में 5-6 घंटे लगते थे, जबकि इस फोरलेन सड़क के बनने से यह समय घटकर सिर्फ 2-3 घंटे का रह जाएगा.
वहीं पटना-बेतिया फोरलेन सड़क के निर्माण से कोन्हुआ (दरीहारा) से एनएच-722 तक 18 किलोमीटर लंबी स्पर कनेक्टिविटी भी बनाई जाएगी, जिससे आसपास के क्षेत्रों को भी बेहतर सड़क सुविधा मिल सकेगी, जिससे आवागमन में आसानी होगी.
बता दें कि इस प्रोजेक्ट के तहत पटना से बेतिया तक फोरलेन सड़क का निर्माण 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य है. इसके पूरा होते ही कई शहरों की बेहतर कनेक्टिविटी होगी और व्यापार के भी अवसर बढ़ेंगे.
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