Patna Metro construction Update: पटना मेट्रो परियोजना 15 अगस्त 2025 की डेडलाइन के साथ युद्धस्तर पर चल रही है, जिसमें मजदूरों और इंजीनियरों की मेहनत से प्राथमिक कॉरिडोर का निर्माण तेजी से पूरा हो रहा है. वर्षा सिंह (IAS) की अगुवाई में PMRCL हर चुनौती को पार कर मेट्रो को पटना के भविष्य का प्रतीक बनाने की दिशा में अग्रसर है.
पटना मेट्रो परियोजना बिहार की राजधानी को एक नई पहचान देने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है. 15 अगस्त 2025 की डेडलाइन को ध्यान में रखते हुए, पटना मेट्रो रेल निगम (PMRCL) युद्धस्तर पर काम कर रहा है. इस परियोजना के तहत मलाही पकड़ी से न्यू आईएसबीटी तक प्राथमिक कॉरिडोर को सबसे पहले शुरू करने का लक्ष्य है. यह मेट्रो न केवल आवागमन को आसान बनाएगी, बल्कि पटना को आधुनिक और विश्वस्तरीय शहरों की कतार में ला खड़ा करेगी.
पटना मेट्रो का हर पिलर और हर स्टेशन मजदूरों, इंजीनियरों और अधिकारियों की मेहनत की कहानी कहता है. रात-दिन चल रहे काम में मजदूर अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं. ऊंचे ढांचों से लेकर भूमिगत सुरंगों तक, हर संरचना में उनकी मेहनत साफ दिखती है. हाल ही में अशोक राजपथ पर सुरंग निर्माण के दौरान हुए हादसे में दो मजदूरों की जान चली गई, जिसने इस मेहनत की कीमत को और उजागर किया. फिर भी, निर्माण कार्य रुका नहीं और मजदूरों का हौसला बरकरार है.
पटना मेट्रो की प्रगति की समीक्षा के लिए लगातार बैठकें हो रही हैं. PMRCL की सहायक प्रबंध निदेशक वर्षा सिंह (IAS) की अध्यक्षता में हुई हालिया समीक्षा में सख्त निर्देश दिए गए कि कोई देरी बर्दाश्त नहीं होगी. "हर मिनट कीमती है, यह मेट्रो पटना के भविष्य की गति है," वर्षा सिंह ने कहा. प्राथमिक कॉरिडोर के 6.5 किलोमीटर के हिस्से पर ट्रैक बिछाने और स्टेशनों को अंतिम रूप देने का काम जोरों पर है.
पटना मेट्रो न केवल रफ्तार, बल्कि आधुनिक सुविधाओं का भी प्रतीक होगी. मेट्रो स्टेशनों पर फूड कोर्ट, पार्किंग, और शॉपिंग क्षेत्र होंगे. टिकट बुकिंग के लिए क्यूआर कोड और मोबाइल ऐप जैसी हाई-टेक सुविधाएं उपलब्ध होंगी. मेट्रो कोच में एयर कंडीशनिंग, सीसीटीवी, और वाई-फाई जैसी सुविधाएं यात्रियों को विश्वस्तरीय अनुभव देंगी. जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) से लोन मिलने के बाद ट्रैक, सिग्नल, और टेलीकॉम कार्यों में और तेजी आएगी.
पटना मेट्रो परियोजना को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, जैसे भू-अर्जन, ट्रैफिक व्यवधान, और निर्माण के दौरान हादसे. इसके बावजूद, दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) और PMRCL मिलकर इन समस्याओं का समाधान कर रहे हैं. ट्रैफिक डायवर्जन और वैकल्पिक व्यवस्थाओं के जरिए निर्माण कार्य को गति दी जा रही है. बिहार सरकार ने भी 115 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि देकर परियोजना को गति दी है.
15 अगस्त 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पटना मेट्रो के उद्घाटन की उम्मीद है. यह मेट्रो सिर्फ परिवहन का साधन नहीं, बल्कि पटना के विकास और गौरव का प्रतीक है. मलाही पकड़ी से पाटलिपुत्र बस टर्मिनल तक चलने वाली पहली मेट्रो शहरवासियों को सिर्फ 15 मिनट में गंतव्य तक पहुंचाएगी. यह परियोजना पटना को पर्यटन, व्यापार, और रोजगार के नए अवसर देगी, जिससे शहर का भविष्य और उज्ज्वल होगा.
ट्रेन्डिंग फोटोज़