Patna Water Metro: जानकारी के मुताबिक, पटना के गंगा तट पर कई मेट्रो स्टेशन बनाये जायेंगे. दानापुर से फतुहा तक लोगों का सफर चंद मिनटों में पूरा होगा. इससे बिहार के लोगों को ट्रैफिक से निजात मिलेगी.
बिहार की राजधानी पटना को पटना मेट्रो और पटना वंदे मेट्रो के बाद पटना वाटर मेट्रो की सौगात मिलने वाली है. पटना मेट्रो के पटरी पर दौड़ते ही पटना वाटर मेट्रो को चलाने की दिशा में काम शुरू हो जाएगा. पटना के गंगा तट पर कई मेट्रो स्टेशन बनाये जायेंगे. दानापुर से फतुहा तक लोगों का सफर चंद मिनटों में पूरा होगा.
जानकारी के मुताबिक, ये पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है, जो नेशनल और इंटरनेशनल जलमार्ग से बिहार में गंगा को जोड़ेगा. इससे बिहार के लोगों को ट्रैफिक से निजात मिलेगी. पटना वाटर मेट्रो के चलने से बिहार के लोगों को सड़क पर ट्रैफिक की परेशानी से छुटकारा मिलेगा.
पटना वॉटर मेट्रो उत्तर बिहार को पटना मेट्रो के NIT स्टेशन से जोड़ने वाली है. इसके लिए केरल की कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड की तीन अधिकारी पटना आए थे. उन्होंने चार दिन तक गंगा नदी के कई हिस्सों का सर्वे किया और इस योजना पर काम किया.
जानकारी के मुताबिक, इस टीम ने कई जगहों का अध्ययन किया है, जिनमें उत्तर भारत के गंडक, सोनपुर, हाजीपुर, कोनहरा, दानापुर, दीघा, बिदुपुर, गायघाट और पहलेजा घाट जैसे जल क्षेत्र शामिल हैं. बता दें कि केरल के कोच्चि शहर में वाटर मेट्रो की शुरुआत हो चुकी है.
कोच्चि वाटर मेट्रो की सफलता के बाद मोदी सरकार अब देश भर के 18 शहरों में वाटर मेट्रो चलाने की दिशा में काम कर रही है. वाटर मेट्रो रेल सिस्टम को आधुनिक सुविधाओं और पर्यावरण के हिसाब से तैयार किया गया है. इसका डिजाइन टिकाऊ है.
गंगा के साथ ब्रह्मपुत्र नदी, डल झील, अंडमान और लक्षद्वीप में द्वीपों को भी इसमें जोड़ा जाएगा वॉटर मेट्रो के किराए को लेकर निदेशक ने बताया कि वॉटर मेट्रो का किराया 20 से 40 रुपये तक होगा. ऐसे में वॉटर मेट्रो का किराया दिल्ली मेट्रो से कम होगा.
वॉटर मेट्रो में 50 यात्री के बैठने और उनके साथ 50 यात्री खड़े होकर सफर कर सकते हैं. यानी 100 यात्रियों के सफर करने की व्यवस्था है. IWAI डायरेक्टर ने बताया कि गंगा में वॉटर मेट्रो चलाने के लिए एक मीटर से कम पानी की जरूरत है.
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