Patna Metro: बिहार की राजधानी पटना में 7 अक्टूबर को मेट्रो का परिचालन शुरू हुआ. चुनाव से पहले जनता को राज्य सरकार ने बड़ी सौगात दी थी. लेकिन पटना वासियों ने इस सौगात को एक हफ्ते के अंदर ही बिगाड़ दिया. सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें लोगों दिखाया है कि कैसे पटना मेट्रो स्टेशन को एक हफ्ते के अंदर ही पान-गुटखा थूककर बेहाल कर दिया गया है.
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बिहार की राजधानी पटना में 6 अक्टूबर को मेट्रो का परिचालन शुरू हुआ, लेकिन अभी एक हफ्ता भी नहीं बीता कि पान मसाला और गुटखा खाने वालों ने मेट्रो स्टेशन की सूरत बिगाड़नी शुरू कर दी है. पटना मेट्रो में गुटखा और पान खाकर थूकने से मेट्रो स्टेशन की बदतर तस्वीर सामने आ रही है.
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लोंगो ने पान मसाला और गुटखा खाकर स्टेशन पर जो चित्रकारी की है, उसे देखकर लोग काफी नाराज हैं. लोगों का कहना है कि मेट्रो स्टेशन पर थूकने वालों से 10,000 रुपये फाइन वसूलना चाहिए. जी मीडिया ने रियलिटी चेक किया, तो पाया कि ये खबर सच है, लोगों ने पटना मेट्रो की सूरत बिगाड़ दी है.
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सोशल मीडिया पर पटना मेट्रो की कई तस्वीरें वायरल हो रही है, जिसे देखकर लोगों में काफी आक्रोश है. ऐसा नहीं है कि पान मसाला और गुटखा खाने वालों में केवल यात्री हैं, बल्कि मेट्रो के काम में लगे ठेकेदार भी इसमें शामिल हैं. जी मीडिया ने कुछ ठेकेदारों को पकड़ा तो वो सब भागने लगे.
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यात्रियों का कहना है कि गुटखा को बैन कर देना चाहिए. एक दूसरे यात्री ने कहा, कुछ जाहिलों की वजह से हमारा पूरा बिहार बदनाम हो रहा है. एक यात्री ने तो यह भी कहा कि गुटखा बिहार के लोगों को बदनाम करता है. युवा यात्रियों ने पटना मेट्रो में खैनी और गुटखा पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर दी.
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मेट्रो स्टेशन के अंदर सीढ़ियों के पास, रेलिंग के पास, लोगों ने गुटखा और पान मसाला थूकर कर मेट्रो की सूरत बिगाड़ दी. मेट्रो की सुरक्षा में लगे पुलिसवालों का कहना है कि जांच में गुटखा खाए यात्री दिखने पर उन्हें वापस कर दिया जाता है. पटना मेट्रो स्टेशन, परिसर या मेट्रो ट्रेन में खैनी, गुटखा और पान मसाला खाकर थूकने पर 200 रुपए का जुर्माना की राशि वसूलने के आदेश हैं.
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मेट्रो स्टेशन पर बाकायदा इसका बोर्ड भी लगा हुआ है. इसके बावजूद, मेट्रो में चढ़ने वाले यात्री जगह-जगह थूक रहे हैं. पटना मेट्रो की सुरक्षा टीम का कहना है कि मेट्रो में चढ़ने वाले यात्रियों को हिदायत दी जा रही है. अगर कोई पकड़ा गया तो जुर्माने के तौर पर 200 रुपये वसूले जाएंगे.
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मेट्रो जैसी आधुनिक सुविधाएं सिर्फ सरकार के प्रयास से सफल नहीं हो सकती, जब तक कि आम लोग अपनी सोच और व्यवहार में बदलाव न लाएं. गुटखा, पान मसाला और तंबाकू खाने की आदत निजी जीवन तक सीमित रहे तो ठीक है, लेकिन जब यह सार्वजनिक जीवन में प्रवेश करती है, तब यही हाल होता है.
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