Bihar Vande Metro: वंदे भारत ट्रेन के बाद बिहार को वंदे मेट्रो की सौगात मिल चुकी है. पिछले महीने 24 अप्रैल 2025 को पीएम मोदी ने वंदे मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. ऐसे में बिहार को वंदे भारत के अलावा अब वंदे मेट्रो की भी सौगात मिल गई. बता दें कि बिहार की पहली वंदे मेट्रो पटना से मोकामा, दरभंगा और मधुबनी होते हुए जयनगर तक चल रही है. तो आइए अब जानते हैं क्यों है वंदे मेट्रो बेहत खास और इसकी क्या-क्या हैं खूबियां?
वंदे मेट्रो की खासियत की बात करें तो बिहार में चलने वाली यह पहली इंटरसिटी ट्रेन है, जिसमें मेट्रो जैसी आधुनिक सुविधाएं होती है.
जानकारी के मुताबिक, वंदे मेट्रो ट्रेन में 12 से 16 होते हैं. जिसमें 1 हजार से अधिक यात्रियों के बैठने की क्षमता रहती है. वहीं तकरीबन 2 हजार यात्री खड़े होकर भी इस ट्रेन से सफर कर सकते हैं.
बताते चले कि वंदे मेट्रो के सभी कोच वातानुकूलित होते हैं. वहीं इसकी अधिकतम गति 130 किलोमीटर प्रति घंटा होती है. जिससे यात्रियों का सफर काफी तेज और आरामदायक हो जाता है.
बता दें कि वंदे मेट्रो ट्रेन से सफर करने में पैसों के साथ-साथ समय की बचत होती है. मिली जानकारी के अनुसार, अभी पटना से जयनगर की यात्रा 6 से 7 घंटे में तय होती है. जबकि वंदे मेट्रो से यही सफर 4 से 5 घंटे का हो जाता है. वहीं अन्य ट्रेनों की तुलना में इसका किराया भी कम होता है. ऐसे में वंदे भारत से सफर करना काफी किफायती हो जाता है.
इन्ही खूबियों के कारण वंदे मेट्रो की डिमांड लगातार बढ़ते जा रही है. फिलहाल बिहार में पटना से मोकामा, दरभंगा और मधुबनी होते हुए जयनगर तक वंदे मेट्रो का परिचालन किया जा रहा है.
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