Patna: नए संसद भवन के उद्घाटन के दिन रविवार को जंतर-मंतर से 109 सहित दिल्लीभर में 700 लोगों को हिरासत में लिया गया, जबकि पहलवानों साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस की कार्रवाई पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर आपत्ति जतायी है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट करके कही ये बात 


पुलिस की कार्रवाई पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर पर आपत्ति जताते हुए कहा, 'विदेशों में देश का तिरंगा लहराने वाले पहलवानों एवं उसी तिरंगे के साथ सरकार की बदसलूकी देखिए. ये लोकतंत्र के साथ-साथ लोकलाज भी समाप्त कर रहे हैं. घोर निंदनीय.'



देर शाम किया गया रिहा


हिरासत में लिए गए पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और संगीता फोगाट सहित सभी महिला प्रदर्शनकारियों को रविवार देर शाम रिहा कर दिया गया. जनपथ से हिरासत में लिए गए नजफगढ़ के करीब 14 प्रदर्शनकारियों को रात करीब 10 बजे रिहा कर दिया गया और पालम खाप के अध्यक्ष सुरेंद्र सोलंकी सहित 16 प्रदर्शनकारियों को रात करीब साढ़े दस बजे वसंत विहार थाने से रिहा कर दिया गया.


सर्व खाप महापंचायत ने किया था आह्वान


सर्व खाप महापंचायत और प्रदर्शनकारी पहलवानों ने रविवार को दिल्ली में नवनिर्मित संसद भवन के बाहर महिला पंचायत आयोजित करने का आह्वान किया था, ताकि उघाटन करने आने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ध्यान इन पीड़िता ओलंपियन पहलवानों की तरफ जाए. पिछले हफ्ते रविवार को प्रदर्शनकारी पहलवानों के समर्थन में हरियाणा के महम कस्बे में आयोजित खाप महापंचायत में तय किया गया था कि नवनिर्मित संसद भवन के बाहर रविवार को होने वाली पंचायत में देशभर की महिलाएं भाग लेंगी.


नए संसद भवन की ओर कूच करने से रोके जाने पर विनेश फोगाट, उनकी बहन संगीता फोगट और अन्य पहलवानों ने सुरक्षा बैरिकेड्स को तोड़ने का प्रयास किया, जिसके बाद तनाव बढ़ गया. इसके कारण प्रदर्शनकारियों और पुलिस अधिकारियों में धक्का-मुक्की हुई. जब वे धरना देने के लिए सड़क पर बैठ गए तो उन्हें घसीटकर ले जाया गया और पुलिस वैन डाल दिया गया. इस दौरान साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और उनके समर्थकों सहित सभी पहलवानों को हिरासत में ले लिया गया और उन्हें अलग-अलग थानों में रखा गया.


(इनपुट आईएएनएस के साथ)