बिहार: मनेर शरीफ में सलाना उर्स में नहीं जुटे लोग, चिपकाया इश्तेहार- लॉकडाउन में आना मना है
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बिहार: मनेर शरीफ में सलाना उर्स में नहीं जुटे लोग, चिपकाया इश्तेहार- लॉकडाउन में आना मना है

सालों में ऐसा पहली बार देखने को मिला है की हजरत मखदूम शाह कमालुद्दीन अहमद याहिया मनेरी के सालाना उर्स में लोग नहीं जुटे हैं. 

शब-ए-बारात जैसे पर्व पर लोगों ने अपने दरवाजे पर एक इश्तेहार चिपका दिया.

दानापुर: वर्षों में ऐसा पहली बार देखने को मिला है की हजरत मखदूम शाह कमालुद्दीन अहमद याहिया मनेरी के सालाना उर्स में लोग नहीं जुटे हैं. ऐसा पहली बार हुआ है कि लोग शब-ए-बारात के मौके पर नहीं जुटे. बिहार के दानापुर में शब-ए-बारात जैसे पर्व पर लोगों ने अपने दरवाजे पर एक इशतेहार चिपका दिया. 

इस इश्तेहार में लिखा हुआ है, 'लॉकडाउन में मेहमानों का आना मना है'. यह वाक्या है राजधानी पटना से सटे 28 किलोमीटर दूर मनेरशरीफ का है. यहां के मुसलमान भाइयों ने अपने दरवाजे पर यह इश्तेहार चपका दिया है और साफ-साफ संदेश दिया है कि लॉकडाउन में कोई ना आएं. 

आपको बता दें कि मनेर शरीफ एक ऐसा जगह है. जहां हजरत मखदूम कमालुद्दीन अहमद याहिया मनेरी के सालाना उर्स और शब-ए-बारात के मौके पर मनेर और कई इलाकों से कई शहरों से यहां तक कि विदेशों से भी मेहमान आते हैं.