Bihar News: शगुन सिंह ने कोरोना के समय में बाढ़ के लोगों के बीच जाकर व्यापक पैमाने पर काम किया. सैकड़ों गरीब और बेसहारा लोगों के लिए उन्होंने भोजन-पानी का इंतजाम किया.
Bihar News: दिलों में समाजसेवा का नशा हो और लोगों के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा, तो लोगों के दिलों में जगह बनाने में देर नहीं लगती. शगुन सिंह यही कर रही हैं.
नालंदा के पूर्व विधायक रहे रामनरेश सिंह की बेटी शगुन को राजनीति विरासत में मिली है. मुंबई के बिजनेसमैन फैमिली में शादी के बाद भी राजनीति से उन्होंने मुंह नहीं मोड़ा है.
शगुन सिंह ने कोरोना के समय में बाढ़ के लोगों के बीच जाकर व्यापक पैमाने पर काम किया. कई जगह कैंप लगाकर उन्होंने मास्क और सैनिटाइजर का वितरण करवाया. सैकड़ों गरीब और बेसहारा लोगों के लिए उन्होंने भोजन-पानी का इंतजाम किया.
कठिन से कठिन परिस्थिति में भी शगुन ने हार नहीं मानी और गरीबों के लिए लगातार काम करती रहीं. इसके अलावा बाढ़ विधानसभा क्षेत्र में शगुन सिंह ने स्वच्छता पर भी जबरदस्त तरीके से काम किया.
साल 2000 में शगुन सिंह राष्ट्रीय जनता दल का हिस्सा बन गई. उनका कहना है कि राजद नेता और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के सहयोग से उन्होंने कोरोना काल में बहुत काम किए.
बेसहारा लोगों के लिए भोजन के पैकेट बंटवाए. कई गरीब लड़कियों की शादी-ब्याह में भी उन्होंने मदद के हाथ आगे बढ़ाए.
शगुन की सास का भी नाता बाढ़ से रहा है. इसलिए शगुन मानती हैं कि पिताजी की राजनीतिक विरासत और सास के मायके से अपनी राजनीतिक जमीन तैयार की जाए. इसी उद्देश्य से वह लगातार बाढ़ विधानसभा क्षेत्र में निरंतर काम कर रही हैं.
धार्मिक प्रवृत्ति की शगुन सिंह कई मंदिरों के पुनरुद्धार के लिए काम कर चुकी हैं और वे निरंतर अपने काम को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
शगुन बताती हैं कि बाढ़ के लोगों के लिए काम करने के उद्देश्य के चलते ही उन्होंने अभी तक पार्टी में कोई पद नहीं लिया है.
शगुन को इस बात का अफसोस है कि कांग्रेस से गठबंधन के चलते उन्हें पिछली बार चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिला, लेकिन वे इसे बहुत ज्यादा हावी होने देने के मूड में नहीं हैं और पूरे उल्लास के साथ अगले चुनाव की तैयारी में लगी हुई है.