कोटा में बिहार के फंसे 11 हजार बच्चों की वापसी की व्यवस्था करें PM: शक्ति सिंह गोहिल
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कोटा में बिहार के फंसे 11 हजार बच्चों की वापसी की व्यवस्था करें PM: शक्ति सिंह गोहिल

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बिहार के कोटा में फंसे 11 हजार छात्रों और मजदूरों की वापसी की मांग की है.

कोटा में बिहार के फंसे 11 हजार बच्चों की वापसी की व्यवस्था करें PM: शक्ति सिंह गोहिल. (फाइल फोटो)

पटना: बिहार में प्रवासी मजदूरों और कोटा में मेडिकल इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे छात्रों की वापसी के मुद्दे पर जुबानी जंग जारी है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बिहार के कोटा में फंसे 11 हजार छात्रों और मजदूरों की वापसी की मांग की है.

दरअसल, शक्ति सिंह गोहिल ने सीएमओ राजस्थान के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, 'मैं अशोक गहलोत जी का दिल से धन्यवाद करता हूं. नरेंद्र मोदी जी, तुरंत मंजूरी दीजिए. बिहार के 11000 बच्चे हैं. श्रमिकों की भी राज्य में जाने की व्यवस्था कीजिए. पहले मेडिकल टेस्ट करें, जरूरी हो तो अलग रखें, जब स्वस्थ हों तो जाने दो. इन्हें दरदर की ठोकर मत खाने दीजिए.'

बता दें कि, मुख्यमंत्री आफिस राजस्थान (CMO Rajasthan) ने ट्वीट कर लिखा , 'कोटा में रह रहे किशोर आयुवर्ग के कोचिंग विद्यार्थी भी लंबे समय से अपने घर से दूर हैं. मुख्यमंत्री ने इन सभी की चिंता को आवाज दी और उन्हें घर जाने की छूट देने के संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान एवं पत्र लिखकर भी अनुरोध कर चुके हैं.

वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी (BJP) सांसद राम कृपाल यादव ने कहा कि, अब कोई भी रसूखदार अपने बच्चों को वापस नहीं ला पा रहा है. हर किसी के लिए असंभव है, कार्रवाई भी हो रही है. ऐसे में जो बच्चे वहां हैं, वहीं रहें और जो बच्चे उपवास पर बैठे हैं वह अपना उपवास तोड़ दें. 3 मई आने में ज्यादा समय नहीं है. थोड़ा सा धैर्य और बनाए रखें.

दरअसल, राजस्थान के कोटा में कोचिंग पढ़ने गए छात्र अब अनशन करने लगे हैं. उनकी मांग है कि, कोटा में जिस तरह से कोरोना पॉजिटिव केस बढ़ रहे है, उससे उनकी परेशानी बढ़ गई है. छात्रों का कहना है कि, हॉस्टल की मेस बंद हो रही है. हम परेशान हो रहे हैं. ऐसे में बिहार सरकार को हमें वापस बुला लेना चाहिए. अगर सरकार वापस नहीं बुला सकती, तो हमारे परिजनों को पास (Pass) जारी कर दे, ताकि हम अपने घर पहुंच सकें.

गौरतलब है कि, कोटा में रहने वाले छात्रों की परेशानी ज्यादा इसलिए बढ़ती जा रही है, क्योंकि यूपी, मध्यप्रदेश, गुजरात, असम जैसे राज्यों ने अपने बच्चों को वापस बुला लिया है. अब ज्यादातर बिहार के छात्र ही कोटा में फंसे हैं. वह कोटा में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण से भी परेशान हैं और बिहार सरकार से वापस बुलाने की गुहार लगा रहे हैं. वहीं, विपक्ष भी सरकार के साथ खड़ा है और उनकी वापसी की मांग कर रहा है.