कूरियर कंपनी लूटकांड की पुलिस ने सुलझाई गुत्थी, 4 शातिर गिरफ्तार
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कूरियर कंपनी लूटकांड की पुलिस ने सुलझाई गुत्थी, 4 शातिर गिरफ्तार

कुल लूटे गये 2 लाख 48 हज़ार रुपये में से पुलिस ने 1 लाख 57 हज़ार रुपये अपराधियों के पास से बरामद कर लिया है. बाकी करीब तीन से चार लाख रुपए रकम कंपनी के दोनों कर्मियों ने  गलत रूप से लिया हुआ था, जिसे उन्हें कंपनी के खाते में जमा करना था. 

कूरियर कंपनी लूटकांड में शामिल चारों अपराधियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

पूर्णिया: बिहार के किशनगंज में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने 48 घंटे के अंदर कूरियर कंपनी में हुए लाखों रूपये की गुत्थी को सुलझा लिया है. इस कांड में चार शातिर शामिल थे जिनके शातिराना दिमाग के सामने किशनगंज पुलिस का दिमाग भारी पड़ गया. फर्जी लूट की योजना का पर्दाफाश ही नहीं हुआ बल्कि चारो शातिर की लूट की रकम के साथ पकड़ कर हवालात में भेज दिया गया.

किशनगंज जिले के ठाकुगंज स्थित डिलीवरी प्राइवेट लिमिटेड नामक कूरियर कंपनी में काम करनेवाले दो कर्मी अनुज कुमार झा और रोहित कुमार जायसवाल ने मिलकर अपने दो अन्य साथी धर्मपाल सिंह और गोपाल दास को हायर कर कंपनी के पैसे को लूट दिखाकर हजम करने का प्लान बनाया था, लेकिन पुलिस ने वैज्ञानिक अनुसंधान कर मामले पर से पर्दा 48 घंटे के भीतर ही उठा दिया.

चारों ने मिलकर 16 मार्च की दोपहर ठाकुगंज के भीमवलिस स्थित डिलीवरी प्राइवेट लिमिटेड नामक कूरियर के दफ्तर से हेलमेट पहने हुए 7 लाख 58 हज़ार रुपये चंपत कर लिए थे. इसके बाद कंपनी के सिक्योरिटी पदाधिकारी राजेश कुमार मिश्रा ने ठाकुगंज थाना में 17 मार्च को मामला दर्ज कराया था, जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की टीम ने घटनास्थल पहुंच कर कांड के अनुसंधान के क्रम में सी सी टी वी फुटेज की जांच शुरू कर दी.

उस फुटेज में वहां मौजूद बलुवा बाजार सुपौल निवासी 32 वर्षीय अनुज कुमार ठाकुगंज और 22 वर्षीय रोहित जयसवाल दोनों डिलिवरी बॉय की गतिविधियों को संदिग्ध पाया गया. इसके बाद दोनों कर्मियों को पुलिस ने थाना लाकर पूछताछ की. पूछताछ में दोनों ने इस अपराध में शामिल अपने दोनों साथी धर्मपाल सिंह व गोपाल दास का नाम बताया. इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों को हिरासत में ले लिया. 

कुल लूटे गये 2 लाख 48 हज़ार रुपये में से पुलिस ने 1 लाख 57 हज़ार रुपये अपराधियों के पास से बरामद कर लिया है. बाकी करीब तीन से चार लाख रुपए रकम कंपनी के दोनों कर्मियों ने  गलत रूप से लिया हुआ था, जिसे उन्हें कंपनी के खाते में जमा करना था. 

इसी गड़बड़ी को छुपाने के लिए इस लूट की साजिश को अंजाम दिया गया था. वही पुलिस ने चारों अभियुक्तों को संबंधित धारा के तहत मामला दर्ज कर अग्रिम करवाई के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.