अनंत सिंह की तलाश में उनके खास लोगों के घर ताबड़तोड़ छापेमारी, नहीं हाथ लगा कुछ
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अनंत सिंह की तलाश में उनके खास लोगों के घर ताबड़तोड़ छापेमारी, नहीं हाथ लगा कुछ

 सोमवार की सुबह 10 बजे से 4 बजे तक पुलिस बालकोट एरिया में अनंत सिंह और उसके समर्थक लल्लू मुखिया की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की लेकिन पुलिस को सफलता नहीं लगी

पुलिस ने कई जगहों पर छापेमारी की लेकिन हाथ कुछ भी नहीं लगा. (फाइल फोटो)

मोकामा: बिहार के मोकामा विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय बाहुबली विधायक अनंत सिंह पर इन दिनों पुलिस कार्रवाई तेज होती जा रही है. पुलिस अनंत सिंह की तलाशी के लिए उनके समर्थकों और नजदीकी लोगों के यहां ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. सोमवार की सुबह 10 बजे से 4 बजे तक पुलिस बालकोट एरिया में अनंत सिंह और उसके समर्थक लल्लू मुखिया की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की लेकिन पुलिस को सफलता नहीं लगी तो शाम 6:00 बजे से फिर टीम का गठन किया गया.

इस दौरान आठ थाने की पुलिस ने शाम 7 बजे बाढ़ के गुलाब बाग स्थित कर्मवीर यादव उर्फ लल्लू मुखिया के आवास पर पहुंचकर छापेमारी की हालांकि इस छापेमारी में पुलिस को ना तो हथियार हाथ लगा और ना ही लल्लू मुखिया मिला. इसके बाद पुलिस एनटीपीसी थाना क्षेत्र के सहनवरा गांव पहुंचकर दो दशक पहले अपराध की दुनिया के बेताज बादशाह बौधू यादव के परिवार के घर छापेमारी शुरू कर दी.

 

करीब आधे घंटे की चली इस छापेमारी में स्वर्गीय बौधू यादव के भाई रविंद्र यादव के यहां से पुलिस ने लाइसेंसी राइफल की जांच की तो 50 गोली की जगह 92 गोली पाया लिहाजा एएसपी लिपि सिंह ने राइफल और गोली को जब्त करते हुए कहा कि लाइसेंस रद्द किए जाने की अनुशंसा करते हुए इनके ऊपर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.

पुलिस की दल अनंत सिंह के खासा समर्थक भूषण सिंह के हॉस्पिटल चौक स्थित आवास पर पहुंची और घर की तलाशी लेनी शुरू कर दी. लेकिन इस दौरान ना तो कोई आपत्तिजनक सामान पाया गए और ना ही भूषण सिंह घर पर मिला. पुलिस की टीम ने अनंत सिंह के भतीजे मनोज सिंह के घर भी पहुंची लेकिन घर के लोग ताला लगाकर फरार हो चुके थे.

लगभग दस मिनट वहां गुजारने के बाद पुलिस मौके से रवाना हो गई. आपको बता दें कि आर्म्स एक्ट एक्सप्लोसिव एक्ट और यूएपीए एक्ट लगने के बाद से विधायक फरार चल रहे हैं. इधर पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन कर दिया है. पटना के अलावा झारखंड में भी विधायक की गिरफ्तारी के लिए उनके ठिकानों पर छापेमारी की गयी. लेकिन विधायक हाथ नहीं आए.

मामले में पूरी तरह घिरता देख विधायक ने एक विडियो जारी कर खुद के भागने की खबर को गलत बताया है. साथ ही तीन चार दिनों में कोर्ट में सरेंडर करने की बात भी कही है.