छापेमारी के दौरान पुलिस को अनंत सिंह के आवास से एक महत्वपूर्ण डायरी हाथ लगी है. इस डायरी में अनंत सिंह के कई गुर्गों के नाम और नम्बर दर्ज हैं. इससे पता चला है कि अनंत सिंह के पास करीब 15 हथियार हैं.
Trending Photos
पटना: बिहार के बाहुबली विधायक अनंत सिंह की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है. उन पर एक के बाद एक केस दर्ज किए जा रहे हैं. वहीं, पुलिस जब अनंत सिंह को गिरफ्तार करने गई थी उससे पहले ही वह अपने आवास से फरार हो गए. पुलिस यूएपीए मामले में अनंत सिंह को गिरफ्तार करने पहुंची थी.
वहीं, छापेमारी के दौरान पुलिस को अनंत सिंह के आवास से एक महत्वपूर्ण डायरी हाथ लगी है. इस डायरी में अनंत सिंह से जुड़ी कई अहम जानकारी भी मिली है. डायरी में कई गुर्गों के नाम और नम्बर दर्ज हैं.
ये भी पढ़ें: फरार चल रहे अनंत सिंह आए सामने, कहा- 'हम भागे नहीं हैं, दो दिन में सरेंडर करेंगे लेकिन पहले घर जाएंगे'
इस डायरी से पता चला है कि अनंत सिंह के पास करीब 15 हथियार हैं. इस डायरी में सभी हथियारों के नाम कोड वर्ड में लिखे गए हैं. इस डायरी में अनंत सिंह के कई राजदारों के भी नाम और नंबर हैं. मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को ये डायरी अनंत सिंह के बिस्तर के नीचे से मिली है. पुलिस इस डायरी से मिली जानकारी के बाद अनंत सिंह से जुड़े और भी लोगों को हिरासत में ले सकती है.
वहीं, अनंत सिंह के घर एके-47 मिलने के मामले में पुलिस को अहम जानकारी हाथ लगी है. एके-47 में दर्ज नंबर की जांच के लिए जबलपुर से सूचना मंगाई है. अनंत सिंह के गुर्गे मुंगेर के एके-47 तस्करों से संपर्क में थे. अनंत सिंह ने खुद भी कई बार तस्करों से बात हुई है.
अनंत सिंह फरार होने के बाद पहली बार कैमरे के सामने आए और अपनी बात रखी है. उन्होंने सभी मामलों पर खुलकर अपनी बात रखी और कहा, 'हमें गिरफ्तार होने से डर नहीं लगता है. अपने बीमार दोस्त को देखने आए हैं. तीन-चार दिन में सरेंडर कर देंगे लेकिन सरेंडर करने से पहले अपने घर जाऊंगा और मीडिया से बात करने के बाद सरेंडर करूंगा.'
अनंत सिंह ने वीडियो में ये भी कहा है कि उन्होंने नीतीश कुमार से मिलने का समय मांगा है लेकिन नीतीश कुमार ने उनसे मिलने का समय नहीं दिया है इसलिए बाद में वो अपने बीमार दोस्त को देखने के लिए आ गए हैं.
आपको बता दें कि अनंत सिंह के लदमा स्थित घर से 16 फरवरी को पुलिस ने एके-47 और हैंड ग्रेनेट बरामद किया था. साथ ही अन्य संदिग्ध सामान भी बरामद की गई थी. पुलिस ने इस मामले में यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया था. साथ ही मामले की जांच में एनआईए भी शामिल हो गई थी और मामले को मुंगेर मामले से जोड़ कर जांच की जा रही है.