रांची: सहायक पुलिस का हड़ताल पांचवे दिन भी रहा जारी, मोहराबादी मैदान पहुंचे रघुवर दास
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रांची: सहायक पुलिस का हड़ताल पांचवे दिन भी रहा जारी, मोहराबादी मैदान पहुंचे रघुवर दास

 झारखंड में सहायक पुलिस के हड़ताल का पांचवा दिन भी जारी रहा. सभी सहायक पुलिस अपनी मांग को लेकर रांची के मोरहाबादी मैदान में डटे हुए हैं. सहायक पुलिस का कहना है जब तक हमारी मांग नहीं मानी जाएगी हम लोग रांची में ही रहेंगे.

 झारखंड में सहायक पुलिस के हड़ताल का पांचवा दिन भी जारी रहा.

रांची: झारखंड में सहायक पुलिस के हड़ताल का पांचवा दिन भी जारी रहा. सभी सहायक पुलिस अपनी मांग को लेकर रांची के मोरहाबादी मैदान में डटे हुए हैं. सहायक पुलिस का कहना है जब तक हमारी मांग नहीं मानी जाएगी हम लोग रांची में ही रहेंगे. वहीं, इन सहायक पुलिस कर्मोयो से मिलने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास भी मोरहाबादी मैदान पहुंचे. 

पूर्व सीएम ने कहा जो लोग आज सत्ता में बैठे हैं वो अपने आप को आंदोलनकारी कहते हैं और आंदोलन कर रहे सहायक पुलिस कर्मियों के परिवार वालो को धमकी दी जा रही है. झारखंड उग्रवाद प्रभावित राज्य है ऐसे में उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में, जिन युवक-युवतियों को गुमराह किया जाता था, उनके प्रति सरकार की जिम्मेदारी है कि उन्हें मुख्य धारा में शामिल किया जाए. इसी लिए ज्यादा उग्रवाद प्रभावित प्रखंड के लोगों को पिछली सरकार ने सहायक पुलिस के रुप मे 10 हजार रुपये प्रति माह तीन साल तक के लिए नियुक्ति किया साथ ही कहा गया था.

जब पुलिस की नियुक्ति होगी तो सहायक पुलिस को सबसे पहले प्राथमिकता दी जाएगी. इसमें अधिकांश दलित आदिवासी और मूलवासी हैं. 9 महीने में राज्य सरकार ने एक भी नौकरी नहीं दी है. रघुवर दास ने कहा कि राज्य सरकार को सलाह है अविलम्ब सरकार के लोग मानवीय दृष्टिकोण को ध्यान में रख कर सरकार के स्तर पर या प्रशासन के स्तर पर सहायक पुलिस के लोगों से वार्ता कर, जब तक नियमावली नहीं बना सकते इनको एक्सटेंशन दें और इनकी नियमित नियुक्ति हो इस दिशा में सरकार काम करे.

वहीं, मंत्री मिथलेश ठाकुर ने रघुवर दास के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि जले पर नमक छिड़कने वाली बात ये है. ये किसकी देन है. एक लाख लोगों को रोजगार देना , आज एक लाख लोग रघुवर जी का घर जा कर घेर लें. जिनको झूठे सपने दिखा कर दूसरे राज्य भेजा गया था. ये सहायक पुलिस का मामला भी रघुबर दास की देन है. हमारी सरकार झारखंडी जन सरोकार की सरकार है झारखंड के अंतिम पंक्ति तक के लोगों को उनका हक और अधिकार देने का संकल्प हमारी सरकार ने लिया है. 

जिस तरीके की गलतियां पिछली सरकार ने की है ,उन गलतियों को तुरंत में सुधार देना सम्भव नहीं है. सहायक पुलिस कर्मियों के साथ हमारे सरकार की सहानुभति है ,इनको अपनी ड्यूटी करनी चाहिए सरकार इनके प्रति सकारात्मक सोच रखती है.इनके भविष्य के साथ सरकार कभी खिलवाड़ नहीं करेगी.