तेजस्वी के नीतीश को पत्र पर बढ़ी सियासी सरगर्मी, पक्ष-विपक्ष में खूब हुई नोंकझोंक
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तेजस्वी के नीतीश को पत्र पर बढ़ी सियासी सरगर्मी, पक्ष-विपक्ष में खूब हुई नोंकझोंक

दिलचस्प बात यह है कि इस बार महागठबंधन के घटक दल वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी ने तेजस्वी यादव के पत्र के पक्ष में बोला है. उन्होंने कहा कि जो भी तेजस्वी यादव ने कहा है वह सही है. राज्य सरकार कहने के लिये डबल इंजन की सरकार है.

तेजस्वी यादव के सीएम नीतीश को पत्र लिखे जाने के बाद सियासी माहौल हुआ गर्म. (फाइल फोटो)

पटना: पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा था. अब उस पत्र को लेकर राजनीतिक महकमे में प्रतिक्रियाओं ने जोर पकड़ लिया है. विपक्षी पार्टियां जहां उसका समर्थन करती नजर आ रही हैं तो वहीं सत्तापक्ष तेजस्वी की राजनीतिक परिपक्वता पर सवालिया निशान खड़े कर रहा है.

दिलचस्प बात यह है कि इस बार महागठबंधन के घटक दल वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी ने तेजस्वी यादव के पत्र के पक्ष में बोला है. उन्होंने कहा कि जो भी तेजस्वी यादव ने कहा है वह सही है. राज्य सरकार कहने के लिये डबल इंजन की सरकार है, लेकिन काम ठप है. उन्होंने यह भी कहा कि सीएम नीतीश कुमार को इस्तीफा दे देना चाहिए.

इसको लेकर कांग्रेस का भी बयान आया है. कांग्रेस प्रवक्ता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि पता नहीं क्यों सत्ता पक्ष को तेजस्वी परिपक्व क्यों नहीं नजर आते, जबकि नेता प्रतिपक्ष के रूप में उन्होंने सही भूमिका निभाई है. इतना ही नहीं आरजेडी के विधायक जेडीयू और बीजेपी से भी ज्यादा हैं. उन्होंने आरजेडी के नए पोस्टर का भी समर्थन किया है. 

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने जब बीजेपी से हाथ मिलाया था तब डबल इंजन की बात थी, लेकिन अब तो यह ट्रबल इंजन की सरकार बन गई है. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार बिहार को उसका वाजिब हक तक नहीं दे रही. नीतीश कुमार का ध्येय सिर्फ सत्ता में बने रहने का हो गया है. 

तेजस्वी के पत्र लिखे जाने पर बिहार सरकार में मंत्री नंद किशोर यादव ने कहा कि जब वह विकास की बात करते हैं, तो लगता है कि कौए अब कीर्तन करने लगे हैं. विकास मेला के ठेला पर मिलने वाला कोई भोंपू नहीं है कि उठा कर फूंक दें और विकास हो गया. विकास के लिए विजन चाहिए. ये जंगल राज के युवराज के बस की बात नहीं है.

बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने भी विपक्ष पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के शागिर्द में उपमुख्यमंत्री के तौर पर बहुत कुछ सीखा है, लेकिन अब मनोज झा के शागिर्दी में सही ज्ञान नही मिल रहा है. अर्थशास्त्र के बारे में तेजस्वी को बोलने का कोई हक नहीं है. सुशील मोदी से तेजस्वी यादव ट्यूशन ले लें और ज्ञान अपना ठीक कर लें.