Ranchi: रांची जमीन घोटाले मामले को लेकर चल रहे जांच में आज का दिन अहम साबित हो सकता है. जहां एक तरफ निलंबित IAS छवि रंजन के रिमांड का दूसरा दिन है, वहीं, कारोबारी विष्णु अग्रवाल पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय पहुंचेंगे. ED सूत्रों के अनुसार इन दोनों को आमने-सामने बैठाकर ईडी पूछताछ कर सकती है.


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आमने-सामने हो सकती है पूछताछ


ED सूत्रों के अनुसार इन दोनों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ हो सकती है. इस दौरान कई बड़े और अहम खुलासे हो सकते हैं. बता दें कि जमीन घोटाले की जांच अब ED ने तेज कर दी है. अब इस मामले में बहुत जल्द किंगपिन के साथ-साथ पूरे सिंडिकेट का खुलासा हो सकता है. 


इस मुद्दे पर सियासत भी खूब हो रही है. पक्ष-विपक्ष एक दूसरे के कार्यकाल का ठीकरा फोड़ते नजर आ रहे है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि ब्यूरोक्रेट्स में भ्रष्टाचार होना कोई नई बात नहीं है. उन्होंने इस पूरे प्रकरण के लिए पूर्ववर्ती सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.


उन्होंने कहा कि छवि रंजन ने कोडरमा में पेड़ कटवा कर बेच दिया था, फिर भी उसे सरायकेला खरसावां का डीसी बना दिया. उसे सह देने का काम बीजेपी ने किया था. वहीं, सत्ता में शामिल कांग्रेस भी जेएमएम से सुर से सुर मिलाकर चल रही है. कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा है कि जब ऑपरेशन लोटस सफल नहीं हो पाया तब सरकार को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार पर कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन यह भी देखना चाहिए कि भ्रष्टाचार कब हुआ है.


बीजेपी ने किया पलटवार


इधर बीजेपी ने सत्ता पक्ष के आरोप को विधवा विलाप करार दे रही है. बीजेपी के विधायक एवं वरिष्ठ नेता सीपी सिंह ने कहा कि सत्तापक्ष विक्टिम कार्ड खेलना चाहती है, अगर यह तमाम चीजें पूर्ववर्ती सरकार में हुई थी तो कार्रवाई से कौन रोक रहा था. पूर्व की सरकार में शामिल लोगों ने अगर कुछ गलत किया था तो जांच कराकर कार्रवाई करनी थी. अब जब ईडी कार्रवाई कर रही है तो विधवा विलाप शुरू हो गया है.