Manish Kashyap Case: बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप को एक बार फिर से सुप्रीम कोर्ट से कोई राहत नहीं मिली. सर्वोच्च न्यायालय ने शुक्रवार (28 अप्रैल) को यूट्यूबर के केस की सुनवाई की थी. लेकिन इस बार भी मनीष को कोई राहत नहीं मिल सकी. कोर्ट ने तमिलनाडु सरकार से यूट्यूबर पर NSA लगाने का कारण पूछा था, जिस सरकार की ओर से थोड़ा और वक्त मांगा गया. जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया. अब इस मामले में 8 मई को सुनवाई होगी. 


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मनीष के वकील एपी सिंह का दावा है कि वो उस पर लगे एनएसए को हटवा देंगे. हालांकि, ऐसा होता नहीं दिख रहा है क्योंकि एपी सिंह अपने मुवक्किल की अच्छाईयों की जगह उसकी बुराईयों को बताने में लगे हैं. सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद एपी सिंह ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने मनीष की मुश्किलों और गलतियों को बताया. 


मनीष के वकील ही गिना रहे उनकी गलतियां


उन्होंने कहा कि मनीष ने 24 घंटे के अंदर सरकार गिराने की बात कहकर बड़ी गलती की थी. मैं मानता हूं कि उसने पत्रकारिता और राजनीति को आपस में मिक्स कर दिया था. दोनों को मिलाया नहीं जा सकता है. यदि आप पत्रकार हैं, तो आपको सिर्फ पत्रकारिता करनी चाहिए. पत्रकार को निडरता के साथ अपनी बात रखनी चाहिए लेकिन राजनीति में दखल नहीं देना चाहिए. 


मनीष को गलत मानते हैं एपी सिंह


एपी सिंह ने मनीष की दूसरी गलती बताते हुए कहा कि उन्होंने दूसरा गलत बयान दिया था कि मैं तेजस्वी को मुख्यमंत्री नहीं बनने दूंगा. ये सारी बयानबाजी गलत थी. एक पत्रकार को ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. मैं वकील होकर भी इसे गलत मानता हूं. हालांकि, उन्होंने तेजस्वी से इन बातों को भूलने की अपील की. उन्होंने कहा कि ककड़ी के चोर को कटारी से नहीं काटना चाहिए.


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तेजस्वी से की ये अपील


एपी सिंह ने कहा कि तेजस्वी के अंदर दो मुख्यमंत्रियों का खून है. उनके माता-पिता दोनों सीएम रह चुके हैं. उन्होंने दमन को भी देखा है. उनके पिता ने इसीलिए उनकी बहन का नाम मीसा रखा था. सत्ता में रहने के कारण तेजस्वी को ये कार्रवाई करनी पड़ी. लेकिन अब ये ज्यादा हो रहा है. उन्होंने कहा कि उसकी जितनी गलती थी, उसका प्राश्चयित पूरा हो चुका है. वो जेल जा चुका है, रिमांड पर लिया जा चुका है. 


मनीष पर है ये आरोप


बता दें कि मनीष कश्यप पर तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के साथ मारपीट से संबंधित झूठे वीडियो प्रसारित करने का आरोप है. उन पर आरोप है कि उन्होंने समाज को तोड़ने की साजिश रची. इस मामले में उन पर बिहार में 3 और तमिलनाडु में भी 3 केस दर्ज हैं. तमिलनाडु की पुलिस ने उन पर एनएसए भी लगा दिया है. वह फिलहाल तमिलनाडु की मदुरै जेल में बंद है.